बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बिहार के अलग-अलग जिलों के साथ मोतिहारी में भी एक बार फिर जिले भर की हज़ारों आंगनबाड़ी सेविका व सेविकाओं ने हल्ला बोला। इस दौरान हज़ारो की संख्या में महिलाओं ने शहर में आक्रोश मार्च निकाला और सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया है। साथ ही सैकड़ो आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं ने जेल भरो अभियान के तहत अपनी अपनी गिरफ्तारियां भी दी है। महिलाओं का आरोप है कि नीतीश व तेजस्वी की सरकार ने उनके साथ धोखा किया है। अपने द्वारा किये गए वेतन बढ़ोतरी के आश्वासन को पूरा नहीं किया है जिसके कारण उन्हें आंदोलन करना पड़ा है। आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका की माँग है कि उन्हें दिन रात काम करने के एवज में मात्र 5950 रुपये मिलता है। ऐसे में वे कैसे अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करेंगी।
उनकी मांग है कि सेविकाओं को कम से कम चौबीस हज़ार रुपये मानदेय और सहायिकाओं को 18 हज़ार रुपये मानदेय दिया जाय। साथ ही उन्हें सरकारी कर्मी का दर्जा दिया जाय। नीतीश व तेजस्वी ने चुनाव के समय उनसे वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद वे लोग उनकी मांगों को पूरा करेंगे। लेकिन इस सरकार ने उनके साथ धोखा किया है और अपने वादे को पूरा नही किया है। अगर नीतीश कुमार अबिलम्ब उनकी मांगों को नही मानती है तो इसी 15 मार्च को पटना में एक बड़ी रैली करेंगी और उसके बाद दिल्ली कूच करेंगी। मोतिहारी आंगनबाड़ी जिलाध्यक्ष ममता सिंह के नेतृत्व में जिला के 27 प्रखंडो की सेविका- सहायिका प्रदर्शन में शामिल थी। सभी सेविकाओ ने विभागीय पदाधिकारी से लेकर बुधवार और गुरुवार के जांच के नाम पर मानसिक रूप से परेशान करने व अबैध वसूली का आरोप अधिकारियों पर लगाया है। मांग पूरी नहीं होने पर सचिवालय घेराव करने की भी बात कही गयी। सेविकाओ के धरना प्रदर्शन से घंटो कचहरी मार्ग जाम रहा। विधिव्यस्था को लेकर चप्पे चप्पे पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
वहीँ पश्चिमी चम्पारण के 315 पंचायतो की सेविका व सहायिका ने अपने 11 सूत्री मुख्य मांगों को लेकर जिला मुख्यालय के गेट पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया। आज के इस प्रदर्शन मे एक हजार से ऊपर सेविका सहायिका जिला मुख्यालय पहुँची थी। इस संबंध मे संघ के जिला महासचिव सुमन वर्मा ने कहा कि सरकार हमलोगो की समस्याओं को सुने। हमे स्थायी करते हुये हमारे मानदेय में बढोतरी करे अन्यथा उग्र आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने ने कहा कि बेतनमान देते हुए सरकारी कर्मी घोषित करे। इस उग्र प्रदर्शन से घंटो जिला मुख्यालय का गेट जाम रहा, जिससे अफरा तफरी का माहौल कायम रहा।