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पीएफआई कैडरों ने एक बड़े नेता की हत्या की रची थी साजिश, मेहसी से गिरफ्तार कैडरों ने किया खुलासा, टारगेट हो गया था फिक्स, मिले गये थे हथियार

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मोतिहारी आतंकियों के लिए माडयूल बनता जा रहा है। एनआईए ने एक बड़े नेता की हत्या की साजिश को बेनकाब किया गया है. एनआईए ने ऐन वक्त पर छापेमारी कर बड़ी वारदात को रोका है. एनआईए ने फुलवारीशरीफ पीएफआई मामले में मोतिहारी में कई जगहों पर छापेमारी की और दो को गिरफ्तार किया है. मोतिहारी पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. पुलिस ने बताया है कि मोतिहारी में 4 फऱवरी को खास को निशाना बनाने की तैयारी थी. इसकी साजिश पीएफआई ने रची थी. टारगेट फिक्स था, हथियार और गोलाबारूद उपलब्ध करा दिये गए थे. साथ ही रेकी भी की जा चुकी थी.

मोतिहारी पुलिस की तरफ से बताया है कि कल 4 फरवरी को पूर्वी चंपारण जिले में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए पीएफआई कैडरों द्वारा साजिश रची गई थी. साजिश को विफल करने के लिए एनआईए ने मोतिहारी पुलिस के सहयोग से 8 स्थानों पर छापेमारी की. एनआईए ने आज 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने इस घटना को अंजाम देने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था की थी। टारगेट पूरा करने के लिए पहले ही रेकी की जा चुकी थी. हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे. यह पीएफआई कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था। कुछ दिन पहले ही पीएफआई के ट्रेनर याकूब ने एक अपमानजनक और भड़काऊ फेसबुक वीडियो पोस्ट किया था.बताया गया है कि फरार आरोपी याकूब और 2 गिरफ्तार आरोपियों ने उनमें से कुछ की पहचान की थी. इऩलोगों ने खास व्यक्ति की हत्या को अंजाम देने की साजिश रची थी।

गिरफ्तार लोगों में शामिल हैं तनवीर रजा उर्फ बरकती पुत्र- मो.अब्दुल्ला . यह मेहसी के बहादुरपुर का बताया जाता है. वहीं मो. आबिद/आर्यन, पुत्र-मो. रुस्तम, यह भी मेहसी के बहादुरपुर का रहने वाला बताया जाता है. इससे पहले इस मामले में 04 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था और पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख/दस्तावेज जब्त किए गए थे। कल की गई तलाशी के दौरान कई डिजिट डिवाइस जब्त किये गए थे. मोतिहारी पुलिस सूत्रों की मानें तो 4 तारीख को उस नेता को जिले के जीवधारा-पीपराकोठी के आसपास हत्या की जानी थी. बताया जाता है कि पीएफआई के सदस्य गेरूआ वष्त्र धारण कर टारगेट किलिंग करने वाले थे. लेकिन समय रहते पीएफआई की योजना को विफल कर दिया गया.

बता दें कि एनआईए की टीम ने मोतिहारी के पीएफआई मॉड्यूल में दूसरे दिन भी छापेमारी जारी रखी। साथ ही, इस मामले में पहले दिन हिरासत में लिए गए सभी लोगों से पूछताछ का सिलसिला भी चल रहा है। दूसरे दिन भी संदेह के आधार पर करीब पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी। मोतिहारी स्थित पीएफआई के इस मॉड्यूल का सीधा संबंध फुलवारीशरीफ वाले मॉड्यूल से जुड़ गया है। इसके मद्देनजर एनआईए इस मामले में दर्ज अपने केस संख्या आरसी-31/2022 को फुलवारीशरीफ में जुलाई 2022 में हुई कार्रवाई से संबंधित केस से जोड़ते हुए जांच कर रही है।

शनिवार (4 फरवरी) से शुरू हुई यह कार्रवाई रविवार (5 फरवरी) को भी जारी रही। पहले दिन आठ और दूसरे दिन 10 स्थानों पर छापेमारी की गयी। पूर्वी चंपारण के मोतिहारी, चकिया, मधुबन, पकड़ीदयाल, पीपराकोठी, पताही और मेहसी थाना क्षेत्र के अलावा मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाना क्षेत्र में कई स्थानों पर छापेमारी की गयी। साहेबगंज में खासतौर से पीएफआई ट्रेनर याकूब और रेयाज के जुड़े लिंक की तलाश को लेकर यह छापेमारी की गयी है। इन स्थानों से पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है।
एनआईए की तरफ से दूसरे दिन विज्ञप्ति जारी कर अब तक चलाए गए इस ऑपरेशन में दो लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। इसमें पूर्वी चंपारण के मेहसी थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव निवासी मो. अब्दुल्लाह का पुत्र तनवीर रजा उर्फ बरकाती और इसी गांव के मो. रुस्तम का बेटा मो. आबिद उर्फ आर्यन शामिल है। इन सभी को अवैध हथियार जुटाने और धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रचने की वजह से गिरफ्तार किया गया है। इस पूरे ऑपरेशन में पीएफआई के अन्य सभी संदिग्धों की भी पहचान चल रही है।

फरार चल रहा याकूब ही था पीएफआई का ट्रेनर
याकूब पीएफआई के मोतिहारी में चल रहे कैंप में ट्रेनर की भूमिका निभाता था। यहां ये युवाओं को शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रशिक्षण देता था। इससे जुड़ा एक वीडियो भी फेसबुक पर पोस्ट किया था। इसके अलावा याकूब ने धार्मिक मुद्दे से संबंधित कुछ वीडियो भी पोस्ट किया था। एनआईए की कार्रवाई शुरू होने के तुरंत बाद से यह फरार चल रहा है। जांच में यह बात भी सामने आयी कि इसने रेयाज मारूफ से मिलकर कुछ लोगों को मारने की भी योजना बना रखी थी। फिलहाल इससे जुड़े मामले की जांच जारी है।

जब्त किए गए डिजिटल साक्ष्य
सभी ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में संदिग्धों के पास से मोबाइल और लैपटॉप समेत कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गये हैं। इन उपकरणों की समुचित जांच के बाद कई तरह के महत्वपूर्ण खुलासा होने की संभावना है। इस आधार पर आगे की कार्रवाई और छापेमारी भी की जायेगी। इसमें कई लोगों और इनकी हर तरह से मदद करने वालों के नाम भी सामने आयेंगे। इन पर भी कार्रवाई की जायेगी।

 

 

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