Home न्यूज गांधी जयंती पर इस संस्थान ने किया दो दिवसीय चलंत दरिद्र नारायण...

गांधी जयंती पर इस संस्थान ने किया दो दिवसीय चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन

वाल्मीकिनगर । यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
गांधी जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा दो दिवसीय चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ ई टाइप कॉलोनी परिसर से किया गया। जहां वनस्थली विद्यालय के निदेशक सुरेश प्रसाद, अवध किशोर चौबे , संस्था के एम.डी संगीत आनंद, सचिव अखिलानंद, एवम् संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजू देवी ने संयुक्त रूप से अपने हाथों भोजन परोसकर लावारिस दिव्यांग को दिया। इस दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज के तहत गोल चौक, 3आर डी पुल, शिवपुरी, गंडक बैराज, लव कुश घाट ,छाता चौक, टंकी बाजार, एवम् हवाई अड्डा क्षेत्र के लगभग एक दर्जन लावारिस दिव्यांग व जरूरतमंद लाभान्वित हुए ।

 

निदेशक सुरेश प्रसाद ने कहा कि यह सबसे बड़ी सेवा और साधना है ।भूखों को भोजन और प्यासे को पानी देना सबसे बड़ा पुण्य का काम है।समाजसेवी अवध किशोर चौबे ने स्वरांजलि सेवा संस्थान की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस संस्था द्वारा 14 नवंबर 2012 से घूम-घूम कर लावारिस दिव्यांग जनों , मानसिक बीमारों और जरूरतमंदों को सुबह शाम घूम घूमकर दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज के माध्यम से भोजन दिया जाता है। ऐसा काम मैंने अन्यत्र कहीं नहीं देखा। संस्था के एमडी संगीत आनंद ने कहा कि मैं जिंदगी भर इस पुनीत कार्य को करने का संकल्प लिया हूं। कोई दिव्यांग भूखा ना रहे, ऐसी कोशिश मैं हमेशा करता हूं। समय से भोजन नहीं मिलने से दिव्यांग जन उग्र हो जाते हैं। वाल्मीकि नगर एक ऐसी जगह है जहां सड़क पर भटकनेवाले लावारिस दिव्यांग जनों को भी भोजन के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता है।

बहुत सारे लोग ऐसे लोगों से नफरत करते हैं पागल और पगला कहकर दुत्कारते भी हैं । ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। हमारी ऐसी सेवा भावना है कि कई दिव्यांग तो भूख लगने पर स्वयं हमारे घर तक पहुंच जाते हैं। संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजू देवी ने कहा कि अगर सच्चे मन से ऐसे दिव्यांग जनों को प्रेम पूर्वक भोजन परोसा जाए तो उनकी दिव्यांगता कम हो सकती है। इन्हें भी प्यार और दुलार देने की जरूरत है। बताते चलें कि इस सामाजिक संस्था द्वारा भारत नेपाल सीमा पर यूं तो हर दिन सुबह शाम घूम घूम कर लावारिस दिव्यांग जनों को भोजन दिया जाता है, लेकिन समय-समय पर विशेष चलंत दरिद्र नारायण भोज का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर संस्था के संरक्षक मंडल में शामिल महत्वपूर्ण व्यक्तित्व एवं वरिष्ठ सहयोगी सदस्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की गई। जिनमें डॉक्टर के एम राव, राव एमआरआई सेंटर गोरखपुर, वर्ल्ड मीडिया विजन दिल्ली, निर्माता राजेश गुप्ता, नवरत्न प्रसाद, जगदीश प्रसाद, सप्त चंडी ट्रस्ट, वशिष्ठ डेयरी उद्योग नेपाल, डॉक्टर कृष्ण मोहन राय, डॉक्टर राजू प्रसाद, स्टार कलाकार विनय बिहारी,स्वामी उपेंद्र पाराशर जी महाराज, धर्मपाल गुरु वशिष्ठ जी महाराज ,थारू कला संस्कृति के होमलाल प्रसाद, एवम् फौजी विद्यासागर राणा आदि की प्रशंसा की गई जो इस सामाजिक मुहिम में बढ़-चढ़कर योगदान करते हैं,और जो मानवता को ही सबसे बड़ा धर्म मानते हैं। कार्यक्रम के अंत में संस्था के सभी सदस्यों ने बापू और लाल बहादुर शास्त्री के बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। जब तक सूरज चांद रहेगा बापू शास्त्री का नाम रहेगा नारों के साथ यह विशेष दैनिक चलंत दरिद्र नारायण भोज संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम मेंआचार्य पंडित अनिरुद्ध दूबे,परमेश साह,वनकर्मी अनमोल कुमार,सतेंद्र सिंह,सुमन देवी, वरिष्ठ सदस्य विजय कुमार,संजय प्रसाद ,कलाकार शिवचंद्र शर्मा,तूफानी ठाकुर की भूमिका सराहनीय रही।

 

Previous articleऑपरेशन मुस्कान के तहत मोतिहारी पुलिस ने 102 लोगों का मोबाइल ढूंढ निकाल किया वापस
Next articleहाईकोर्ट ने केके पाठक के फैसले पर लगाई रोक, कोचिंग संस्थानों को मिली राहत , कहा- यह फैसला लेने का अधिकार सरकार को नहीं