मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जिले के दोनो कृषि विज्ञान केन्द्र को कृषि ड्रोन मिल गया है। अब ड्रोन आधारित खेती का प्रशिक्षण को किसानो को दी जायेगी। इसकी जानकारी देते हुए पिपरा कोठी कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख व वैज्ञानिक डा.अरविन्द कुमार ने बुधवार को बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा दो कृषि ड्रोन के लिए राशि डा. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविध्यालय को दी गई थी। जिसके तहत कृषि विज्ञान केंद्र,पिपराकोठी के लिए एक कृषि ड्रोन की खरीददारी हो चुकी है,एवं दूसरा कृषि ड्रोन कृषि विज्ञान केंद्र परसौनी को दिया गया है जिसकी खरीददारी मार्च तक होने की उम्मीद है।
उन्होने बताया गुरूवार को पिपरा कोठी कृषि विज्ञान केन्द्र में इसका ट्रायल किया जायेगा।उन्होने बताया कि एक कृषि ड्रोन की कीमत लगभग दस लाख रूपये है। कृषि ड्रोन आज समय की मांग है,इसके माध्यम से उर्वरक, कीटनाशक,फफूंदनाशक एवं फसल वृद्धि के जरूरी हार्मोन्स व जरूरी अवयवो का छिडकाव कम समय व कम खर्चे में किया जा सकेगा। इसके माध्यम से नैनो यूरिया,नैनो डी.ए.पी. का छिड़काव भी आसान हो जायेगा।कृषि ड्रोन 90 फीट तक की उचाई तक उड़ सकता है,जिससे आम,लीची,अमरुद सहित अन्य फलदार वृक्ष एवं गन्ना की खड़ी फसल में भी कीटनाशक एवं अन्य रसायन के छिडकाव में आसानी होगी। उन्होने बताया इस बारे में केन्द्र किसानो को प्रशिक्षित भी करेगी। इसके तकनीक के प्रयोग से कृषि में क्रन्तिकारी परिवर्तन आयेगा।