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बिहार में स्कूलों के मध्याह्न भोजन योजना में बड़ा बदलाव : 15 फरवरी से लागू होंगे नए नियम

बिहार। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बिहार सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के तहत मध्याह्न भोजन योजना में बड़े बदलावों की घोषणा की है। 15 फरवरी 2025 से नए नियम लागू होंगे, जिनके तहत भोजन की पौष्टिकता बढ़ाई जाएगी, स्कूलों की जिम्मेदारी तय होगी और निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।

📌 नए बदलावों के प्रमुख बिंदु:
🔹 1️⃣ हर स्कूल में दिखेगा नया मेन्यू
📌 15 फरवरी से पहले सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों की दीवारों पर नया मेन्यू लिखना अनिवार्य होगा।
📌 इससे अभिभावकों और ग्रामीणों को भी पता चलेगा कि बच्चों को प्रतिदिन क्या भोजन दिया जा रहा है।
📌 मेन्यू में हरी सब्जियों की मात्रा बढ़ाई जाएगी, ताकि बच्चों को अधिक पौष्टिक आहार मिल सके।

🔹 2️⃣ भोजन की रिपोर्टिंग होगी अनिवार्य, नहीं करने पर कार्रवाई
📌 हर दिन मध्याह्न भोजन की रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को भेजनी होगी।
📌 स्कूल प्रधान और सभी शिक्षकों के हस्ताक्षर अनिवार्य होंगे।
📌 अगर कोई शिक्षक रिपोर्ट पर हस्ताक्षर नहीं करता, तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा।
📌 गड़बड़ी पाए जाने पर प्रधानाध्यापक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

🔹 3️⃣ नया मेन्यू: बच्चों की पसंद और पोषण का खास ध्यान
📌 शनिवार को सिर्फ खिचड़ी परोसी जाएगी।
📌 सोमवार और गुरुवार को चावल के साथ तड़का मिलेगा, जिसमें हरी सब्जी शामिल होगी।
📌 बाकी दिनों में भी संतुलित और पौष्टिक आहार दिया जाएगा।

📊 राज्यभर में 68,000 स्कूलों में लागू होगी योजना
📌 बिहार के 68,000 सरकारी स्कूलों में हर दिन लाखों बच्चों को पकाया हुआ भोजन दिया जाता है।
📌 इस योजना का लाभ करीब एक करोड़ बच्चे प्रतिदिन उठा रहे हैं।

🚀 शिक्षा विभाग की कड़ी निगरानी, नियमों का पालन जरूरी!
📌 जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने स्पष्ट किया कि 15 फरवरी से नया मेन्यू लागू किया जाएगा।
📌 यदि किसी स्कूल में भोजन की गुणवत्ता में कमी या रिपोर्टिंग में गड़बड़ी पाई गई, तो कठोर कार्रवाई होगी।

📌 निष्कर्ष: बेहतर पोषण और पारदर्शिता की दिशा में एक मजबूत कदम!
✔ अब स्कूलों में बच्चों को अधिक संतुलित और पौष्टिक आहार मिलेगा।
✔ शिक्षकों की जिम्मेदारी तय होगी और निगरानी सिस्टम मजबूत होगा।
✔ शिक्षा विभाग ने स्कूलों को साफ कर दिया है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

👉 बिहार सरकार का यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार के लिए एक सकारात्मक बदलाव है!

 

 

 

 

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