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सोशल मीडिया की तस्वीर बनी हथियारः गुमशुदा बच्चे की फोटो से साइबर बदमाशों ने वसूली 50 हजार की फिरौती

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
शहर के आजाद नगर मोहल्ला से लापता हुए एक नाबालिग बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर डालना उसके परिजनों को भारी पड़ गया। साइबर अपराधियों ने उसी तस्वीर का दुरुपयोग कर परिजनों से 50 हजार रुपये की फिरौती वसूल ली। बदमाशों ने बच्चे की तस्वीर को एडिट कर उसके गले पर चाकू सटाया हुआ फोटो बनाकर व्हाट्सएप पर भेजा और बच्चे की आवाज में बात कराकर परिजनों को दहशत में डाल दिया।
पीड़ित परिवार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आजाद नगर मानसपुरी निवासी परवेज आलम का 13 वर्षीय भतीजा आरिफ आलम शनिवार की शाम घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर खेलने गया था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने नगर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
बच्चे की तलाश के लिए परिजनों ने ई-रिक्शा से शहर में माइकिंग कराई और उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर अपने मोबाइल नंबर के साथ साझा की। इसी का फायदा उठाकर साइबर बदमाश सक्रिय हो गए। बदमाशों ने सोशल मीडिया से बच्चे की तस्वीर लेकर उसे एडिट किया और परिजनों को व्हाट्सएप पर भेजते हुए दावा किया कि बच्चा उनके कब्जे में है।
इसके बाद बदमाशों ने बच्चे की हुबहू आवाज में परिजनों से बात भी कराई और एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की। बच्चे की जान के डर से घबराए परिजनों ने बदमाशों के बताए गए यूपीआई नंबर पर तत्काल 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
अगले दिन एक अन्य मोबाइल नंबर से फोन कर बताया गया कि बच्चा सुरक्षित है और आकर ले जाएं। परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सदर डीएसपी दिलीप कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए मुजफ्फरपुर पहुंचकर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। बच्चा एक ठेला चालक के पास रोते-बिलखते हालत में मिला था, जिसने उसे अपने पास सुरक्षित रखा था।
मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में सदर डीएसपी दिलीप कुमार ने बताया कि यह पूरा मामला साइबर ठगी का है। बदमाशों ने सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर डिजिटल अरेस्ट जैसी स्थिति बनाकर परिजनों से रुपये ऐंठे। उन्होंने बताया कि जिस खाते में 50 हजार रुपये डलवाए गए हैं, वह हैदराबाद के किसी व्यक्ति का है। अकाउंट होल्डर की पहचान की जा रही है और हैदराबाद पुलिस से संपर्क किया गया है।
छापेमारी अभियान में सदर डीएसपी वन दिलीप कुमार, नगर थाना के अपर थानाध्यक्ष चंदन कुमार, दारोगा सतीश कुमार समेत सशस्त्र बल शामिल थे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि गुमशुदगी की स्थिति में सोशल मीडिया पर निजी नंबर और तस्वीर साझा करते समय सतर्कता बरतें।
बताते चलें कि आरिफ के पिता कतर में मजदूरी करते हैं और घटना के बाद पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था, हालांकि बच्चे की सकुशल बरामदगी से परिजनों ने राहत की सांस ली है। और मोतिहारी पुलिस का आभार प्रगट करते हुए खुश है।

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