मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
आगामी 20 अक्टूबर को महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। समारोह की मुख्य अतिथि कुलाध्यक्ष भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होंगी। कार्यक्रम राजाबाजार स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित होगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने बताया कि दीक्षांत समारोह का कार्यक्रम 10.45 बजे से 11.45 बजे तक एक घंटे का होगा। एक घंटे पहले 9.45 बजे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना होगा। दीक्षांत समारोह के बाद भी डिग्री बांटने का सिलसिला जारी रहेगा। विश्वविद्यालय के चाणक्य परिसर स्थित राजकुमार शुक्ल सभागार में रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति का आगमन पूरे विश्वविद्यालय परिवार व जिलेवासियों के लिए हर्ष का विषय है।
कुलपति ने बताया कि इस दौरान वर्ष 2023 तक के1485 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। वहीं, 161 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल, 10 को कुलाधिपति गोल्ड मेडल, 104 को कुलपति गोल्ड मेडल, 44 को संकाय गोल्ड मेडल, 3 को अन्य स्वर्ण पदक(प्रो. जर्नादन प्रसाद मेडल)प्रदान किया जाएगा। आयोजन के लिए 20 कमेटी बनायी गयी है। जिसके चेयरमैन प्रो. प्रसुन दत को बनाया गया है।
दो विशिष्ठ अतिथियों को मानद उपाधि से किया जाएगा अंलकृतरू
दीक्षांत समारोह में दो विशिष्ठ अतिथियों को समाज व राष्ट्रके लिए उनके प्रमुख योगदान को लेकर मानद उपाधि प्रदान किया जाएगा। इसकेलिए उनके नाम कमेटी के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया है।
दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने वाले छात्र-छात्राओं का ड्रेस कोड तय हो गया है। कुलपति ने बताया कि छात्र सफेद कुर्ता-पैजामा में रहेंगे। साथ में उन्हें उत्तरीय व साफा विश्वविद्यालय प्रदान करेगा। यूजी, पीजी के छात्रों का उतरीय व साफा का कलर अलग-अलग होगा। इसी प्रकार छात्राएं सफेद पिंक कलर की साड़ी रेड बॉर्डर वाली पहनेंगी। साथ ही उत्तरीय व साफा रहेगा।
राज्यपाल, मुख्यमंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भेजा गया है आमंत्रण
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री को आमंत्रण भेजा गया है। कुलपति ने बताया कि अभी इनकी स्वीकृति मिलनी बाकी है। साथ ही सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति, एनआईटी जैसे संस्थान के डायरेक्टर,विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति, अकादमिक परिषद के सदस्य सहित अन्य प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है।
डीपीआर बनाने की मिली है स्वीकृति
विश्वविद्यालय को कुल 302 एकड़ भूखंड में अभी 136 एकड़ प्राप्त हुआ है। अभी प्राप्त भूखंड पर निर्माण शुरू करने के लिए डीपीआर बनाने की स्वीकृति मिल गयी है। डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। कुलपति ने बताया कि शेष 166 एकड़ भूमि को लेकर प्रशासन अपनी ओर से प्रयास कर रहा है। मौके पर दीक्षांत समारोह आयोजन के चेयरमैन प्रो. प्रसुन्न दत, प्रो. पवनेश कुमार, जनसंपर्क अधिकारी शेफालिका मिश्रा उपस्थित थीं।