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पड़ोसी राज्य से लायी गई थी जहरीली स्प्रिट, शराबकांड में तीन दिनों के अंदर 174 लोग गिरफ्तार

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जहरीली शराबकांड मामले की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि जिस स्प्रिट से शराब बनी थी, उसे पड़ोसी राज्य से लाया गया था। इसमें मिथाइल अल्कोहल था। इस जहरीले पदार्थ के कारण ही अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी एडीजी (सीआईडी) जितेंद्र कुमार ने दी। एडीजी ने कहा कि घटनास्थल से जब्त सभी पदार्थों की जांच एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) के स्तर पर चल रही है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद दूसरे अन्य तथ्यों का खुलासा होगा। हालांकि, मौतों का सरकारी आंकड़ा अभी 27 ही है। मोतिहारी पुलिस के मुताबिक बीते तीन दिनों के भीतर शराबकांड में 174 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

मोतिहारी जहरीली शराब कांड में मरने वाले 7 लोगों का ही पोस्टमार्टम हुआ है। 9 लोगों की कोई सूचना प्रशासन को नहीं मिल पाई है। परिजन ने बिना किसी को बताए, मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया है। इनके मौत की समुचित जानकारी नहीं मिल पाई है। 25 लोगों का अभी इलाज चल रहा है। एडीजी ने कहा कि इस मामले में पांच एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तुरकौलिया थाना में दो तथा हरसिद्धी एवं पहाड़पुर में एक-एक एफआईआर दर्ज है। संलिप्त सभी दोषियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

इस मामले में पांच थानों तुरकौलिया, सुगौली, रघुनाथपुर, पहाड़पुर और हरसिद्धी के थानेदारों के साथ मोतिहारी एवं अरेराज के एएलटीएफ (एंटी लिकर टास्क फोर्स) प्रभारी और नौ चौकीदारों को निलंबित किया गया है। मामले की जांच पूर्वी चंपारण के डीआईजी, पूर्वी चंपारण एवं प. चंपारण के एसपी और पूर्व चंपारण के डीएम कर रहे हैं। 917 लीटर देशी, 10 लीटर विदेशी और 1675 अर्द्धनिर्मित शराब को नष्ट किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 से 2023 में अब तक पूरे राज्य में 32 लाख 89 हजार लीटर शराब बरामद की गई है। इसमें 18 लाख 51 हजार लीटर विदेशी और 14 लाख 38 हजार लीटर देशी शराब शामिल है।

जयसिंहपुर में बनी थी देसी शराब, वहां से चार प्रखंडों में बंटी
पूर्वी चंपारण जिले के चार प्रखंडों के पांच थाना क्षेत्रों में जयसिंहपुर में बनी देसी शराब बंटी थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो इथेनॉल और स्प्रिट से बननेवाली यह शराब इतनी बड़ी संख्या में मौत का कारण बनी है। पुलिस का कहना है कि मौत की शराब बांटने वाले धंधेबाजों की पहचान की जा चुकी है। ये धंधेबाज घटना के बाद से ही फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम छापेमारी कर रही है। लोगों का कहना है कि जिले के रघुनाथपुर, तुरकौलिया, हरसिद्धि, पहाड़पुर व सुगौली थाना क्षेत्र में 40 लोगों की संदिग्ध स्थिति में हुई मौत पैक पाउच की वजह से हुई है।

मृत और बीमार लोगों के लक्षण देख डॉक्टर भी कह रहे हैं कि मौत की वजह विषाक्त शराब ही हो सकती है। लापरवाही बरतने वाले पांच थानाध्यक्षों सहित 16 पुलिसकर्मियों को एसपी ने निलंबित कर दिया है। जिला व उत्पाद पुलिस शराब धंधेबाजों की धरपकड़ के लिए छापेमारी तेज कर दी है। जयसिंहपुर के दो शराब धंधेबाजों द्वारा इथेनॉल से तैयार देसी शराब का जितने लोगों ने सेवन किया या तो उनकी मौत हो चुकी है या गंभीर रूप से बीमार हैं। बताया जा रहा है कि जयसिंहपुर का उक्त शराब धंधेबाज इन पांच थानाक्षेत्रों में सबसे बड़ा देसी शराब का सप्लायर है। उसके यहां निर्मित देसी शराब पाउच का जितने लोगों ने सेवन किया वहीं लोग बीमार पड़े हैं।

जहरीली शराब से मौत का मुआवजा कैसे मिलेगा?
धंधेबाजों की गिरफ्तारी को बनी एसआईटीपूर्वी चंपारण जिले में शराब से हो रही मौतों को लेकर चम्पारण रेंज के डीआईजी जयंतकांत ने पुलिस अधिकारियों के साथ सोमवार शाम परिसदन में विशेष बैठक की। इसमें यह बात सामने आयी कि स्प्रिट से मौत हो रही है। इसके बाद स्प्रिट धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिये उन्होंने एसआईटी का गठन किया गया है। डीआईजी ने बताया कि शराबकांड में सभी मुख्य आरोपितों को चिन्हित कर लिया गया है। गिरफ्तारी के लिये पुलिस स्पेशल वर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि स्प्रिट मामले में जितने पुराने केस हैं, उसकी समीक्षा करें। उनकी गतिविधियों को वाच करें और सख्त कार्रवाई करें। थानेदारों को निर्देश दिया कि भारी मात्रा में पूर्व में जहां भी स्प्रिट पकड़े गये हैं उस केस को फिर से ओपेन करें।

 

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