मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
पूर्वी चंपारण के चकिया से एक बहुत ही चिंताजनक मामला सामने आया है। मानवता व बच्चों के दुश्मन ने पानी टंकी में जहर डाल दिया। सल्फास, जो आमतौर गेहूं के एक कीट की दवा है और इसकी बिक्री पर प्रतिबंध है, उसे पानी टंकी में डाल दिया गया, जिसने भी इत तरह का जघन्य कृत किया है, उसकी मंशा तो काफी घृणित थी, मगर सतर्कता के कारण इस साजिश को नाकाम कर दिया गया।
यह है मामला
चकिया थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय कोइलाबेलवा में असामाजिक तत्वों ने पानी की टंकी में सल्फास मिलाकर बच्चों की जान लेने की कोशिश की। हालांकि सतर्कता और सूझबूझ के कारण समय रहते इस साजिश को नाकाम कर दिया गया और सैकड़ों मासूमों की जान बच गई। ’गनीमत यह है कि तब तक किसी भी विद्यार्थी ने टंकी के पानी को नहीं पीया था। वहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने स्थानीय मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य और शिक्षा समिति के सदस्यों को घटना की जानकारी दी है। यह घटना चकिया प्रखंड के कोयला बेलवा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है।
ं प्रधानाध्यापक ने घटना को लेकर स्थानीय थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ आवेदन दिया है।
एचएम को ऐसे लगी भनक
प्रधानाध्यापक प्रेमनारायण ने बताया कि सुबह नौ बजे विद्यालय खोलकर ऑफिस में बैठा था। तेज गंध महसूस हुई। बगल में ही रसोईघर है। गंध को लेकर शिक्षकों के साथ जांच पड़ताल शुरू की तो एक सल्फास का रैपर मिला। हालांकि एक और बयान आ रहा है कि इसकी भनक पहले छात्राओं को लगी तो उन्होंने इसकी सूचना एचएम को दी। बहरहाल समय रहते साजिश का भंडाफोड़ हो गया नहीं तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। कई बच्चों को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ सकता था।
इस स्कूल में लगभग तीन सौ बच्चे पढ़ते हैं। साथ ही प्रखंड स्तरीय अधिकारी के साथ जिलास्तरीय अधिकारी को भी इसकी जानकारी दी गई। उसके बाद टंकी के पानी को बहाकर उसे खाली कराया गया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक के सूचना पर ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कोयला बेलवा के विद्यालय के प्रधानाध्यापक के सूचना पर पुलिस पहुंची थी।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही चकिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रधानाध्यापक द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। चकिया थाना अध्यक्ष ने बताया कि यह मामला बेहद गंभीर है, स्कूल के बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की गई है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में कड़ी निगरानी होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को अंजाम न दिया जा सके। उन्होंने पुलिस से जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने और सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है।
गंडामन कांड दोहराने की कोशिश?
इस घटना ने 2013 के छपरा जिले के गंडामन गांव में हुए दर्दनाक मिड-डे मील कांड की याद दिला दी, जहां जहरीला भोजन खाने से 23 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। मोतिहारी के इस स्कूल में पानी में जहर मिलाने की यह कोशिश भी उतनी ही खतरनाक थी, जिसे वक्त रहते रोक लिया गया।