मिलेनियम राइटर जॉर्ज ऑरवेल की 73वीं पुण्यतिथि मनी, मेयर ने जन्मस्थली को विकसित करने का किया वादा

    मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
    मिलेनियम राइटर जॉर्ज ऑरवेल की 73वीं पुण्यतिथि पर शनिवार रोटरी मोतिहारी लेक टाउन द्वारा लेखक की जन्मस्थली पर श्रद्धांजलि सभा सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

    संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर एवं उप महापौर उपस्थित रहे। रोटरी मोतिहारी लेक टाउन के अध्यक्ष राजीव रंजन द्वारा राष्ट्रगान के आवाहन से कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। स्वागत भाषण के पश्चात अतिथियों द्वारा जॉर्ज ऑरवेल की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।जॉर्ज ऑरवेल मेमोरेटिव कमेटी के अध्यक्ष रोटेरियन देव प्रिय मुखर्जी ने लेखक के जीवन व उनकी रचनाओं पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं को आमंत्रित किया। संगोष्ठी में मुंशी सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अरुण कुमार मिश्रा ने जहां एक तरफ लेखक की प्रतिमा तोड़े जाने की निंदा की वहीं अंग्रेजी़ विभाग के प्रोफेसर इकबाल हुसैन ने महापौर से ऑरवेल जन्मस्थली पर संग्रहालय एवं सांस्कृतिक केंद्र बनाने का अनुरोध किया।उन्होने कहा कि यह सौभाग्य की बात है,कि विश्व प्रसिद्ध शताब्दी लेखक जार्ज ऑरवेल का जन्म मोतिहारी में हुआ है।ऐसे में इनके जन्मस्थान को विकसित करना हम सबकी अहम जिम्मेदारी होनी चाहिए।

    महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विमलेश कुमार सिंह ने लेखक की रचनाओं पर प्रकाश डालते हुए साहित्य और राजनीति के बीच के संबंध पर कटाक्ष किया। संगोष्ठी में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी, हिंदी व पत्रकारिता के विद्यार्थी एवं शोधार्थियों द्वारा जॉर्ज ऑरवेल के विभिन्न पहलुओं पर रोशनी डाली गई। कार्यक्रम में अनुपम गांगुली, जय, कृष्णा, तापस, संजना, अभिनव, नितिन व आकाश ने जॉर्ज ऑरवेल की रचनाओं के सार्थकता पर विचार रखें। चंपारण के जाने-माने साहित्यकार डॉ विनय कुमार सिंह ने जॉर्ज ऑरवेल के बर्मीज़ डेज़ पर अपने विचार प्रकट किया।

    केबीसी विजेता सुशील कुमार ने जॉर्ज ऑरवेल को महान साहित्यकार बताया।महापौर प्रीति कुमारी ने लेखक की जन्मस्थली को विकसित करने में सहयोग का वादा किया। साथ ही उपमहापौर डॉक्टर लाल बाबू प्रसाद ने साहित्यकार के विचारों को समाज में स्थान देने की बात कही। अंत में स्थानीय वार्ड पार्षद आदित्य कुमार आनंद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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