मोतिहारीे। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
समन्वित बाल विकास परियोजना संबंधित कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल द्वारा डीपीओ आईसीडीएस को निर्देश दिया गया कि वैसी आंगनबाड़ी सेविकाएं जो एफआरएस के माध्यम से टीएचआर वितरण नहीं कर रही हैं अथवा नहीं करने हेतु किसी अन्य को भ्रमित करती हैं, उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए चयन मुक्ति का प्रस्ताव दिया जाए। जिलाधिकारी के द्वारा वैसे सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि जिनके यहां कार्य स्थगित है या कम मात्रा में हुआ है उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाए। डीपीओ आईसीडीएस को निर्देश दिया गया कि प्रतिदिन संध्या 5रू00 बजे कम उपलब्धि वाले परियोजनाओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कार्य में प्रगति लाइ जाय ।
दरअसल जिलाधिकारी के द्वारा जिला अंतर्गत चलाए जा रहे हैं पोषण पखवाड़ा की समीक्षा बैठक की जा रही थी, जिसके दौरान डीपीओ आईसीडीएस के द्वारा बताया गया कि कुछ प्रखंडों में सेविकाओं द्वारा टीएचआर वितरण के कार्य में आनाकानी की जा रही है उस पर जिलाधिकारी के द्वारा यह निर्देश दिया गया।
जिला में चलाए जा रहे पोषण पखवाड़ा के संबंध में डीपीओ आईसीडीएस के द्वारा बताया गया कि यह सातवां पोषण पखवाड़ा है जो पिछले 8 अप्रैल से प्रारंभ किया गया है और 22 अप्रैल तक जिला में चलेगा। इस दौरान कुपोषण के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है एवं बच्चों को स्वच्छता एवं महिलाओं को पोषण से संबंधित जानकारी दी जारही है।
डीपीओ आईसीडीएस के द्वारा बताया गया की पोषण पखवाड़ा- 2025, बच्चों के जीवन के पहले 1000 दिनों पर केंद्रित हैं क्योंकि यह बच्चों के विकास के लिए बेहद अहम वक्त होता है। इस पखवाड़ा अंतर्गत पोषण ट्रैकर के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण सेवाओं की वास्तविक समय की निगरानी की जा रही है। लाभार्थी अब बेहतर पहुंच के लिए पोषण ट्रैकर वेब एप के जरिए खुद पंजीकरण भी कर सकते हैं। ट्रेकर गंभीर कुपोषण का समुदाय आधारित प्रबंधन प्रोटोकॉल ,समस्या का शीघ्र पता लगाने और समुदाय आधारित प्रबंधन में मदद करता है।
पोषण पखवाड़ा अंतर्गत स्वस्थ भोजन विकल्पों को बढ़ावा देकर बचपन को स्वस्थ बनाने पर बल दिया जा रहा है।
बैठक में जिलाधिकारी के साथ डीपीओ आईसीडीएस, सभी सीडीपीओ, पोषण समिति के सदस्य एवं अन्य विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।