मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि रक्सौल एयरपोर्ट के विकास पर केंद्र सरकार काम कर रही है। इसका विस्तार होना चाहिए। इसके लिए जितनी जमीन की आवश्यकता होगी राज्य सरकार देगी। इस अनुमंडल के विभिन्न इलाकों को बंगरी से सुरक्षित करने के लिए तटबंध का निर्माण होगा। मोतिहारी से कोटवा को सीधे जोड़ने के लिए धनौती नदी पर शहर से सटे मजुराहां में पुल का निर्माण होगा।
सीएम ने कहा- पूर्वी चंपारण में विकास का काफी काम करा दिया है। फिर भी जो कुछ छूट गया है या कमी रह गई है,उसे पूरा किया जाएगा। नीतीश यात्रा के दूसरे दिन जन-मन की हर बात को समझते हुए घोषणा करते गए।
जिले के चकिया प्रखंड स्थित सीताकुंड धाम के विकास के लिए परिसर के विकास संग बेहतर संपर्क पथ निर्माण की घोषणा की। अरेराज के सोमेश्वरनाथ धाम परिसर के विकास और मंदिर तक आनेवाली श्रद्धालुओं की भीड़ को केंद्र में रखकर पर्यटन विभाग को निर्देश दिए।
तटबंध पर पक्की सड़क का निर्माण
पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी व शिवहर के बीच सड़क संपर्क को और सुगम बनाने के लिए बागमती नदी के दाएं तटबंध पर पक्की सड़क का निर्माण होगा। इसके बन जाने से ढाका-पताही-शिवहर-बेलसंड और रुनीसैदपुर के बीच आवामगन सुगम होगा। 750 साल पुराने घुड़दौड़ पोखर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
मेहसी के उझीलपुर पंचायत के इब्राहिमपुर में बूढ़ी गंडक पर पुल निर्माण की घोषणा करते हुए सीएम ने कहा कि पुल बन जाने से यहां के लोगों का विकास होगा। आवागमन की सुविधा बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि चिरैया के लोगों की सुविधा के लिए यहां के शांति चौक से घोड़ासहन के भेलवा बाजार तक सड़क का निर्माण किया जाएगा। इससे आम आदमी के साथ-साथ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षुओं को भी सहायता मिलेगी।
सत्याग्रह की निशानी देश के प्रथम बुनियादी विद्यालय का होगा विकास
मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान चंपारण सत्याग्रह को भी याद किया। सत्याग्रह आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी द्वारा जिले के ढाका प्रखंड के बड़हरवा लखनसेन में स्थापित प्रथम बुनियादी विद्यालय के विकास की घोषणा करते हुए सीएम ने कहा- इस स्थल पर सत्याग्रह आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी छह महीने ठहरे थे।
उनके द्वारा यहां पहले बुनियादी विद्यालय की स्थापना की गई थी। इसके विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री की घोषणाओं को लेकर जारी सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि इसके लिए सभी संबंधित विभागों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। साथ ही कार्यों को गति देने के निर्देश जारी किए गए हैं।