मोतिहारी। अशोक वर्मा
सोनपुर मेला अभी पूर्ण यौवन पर सोनपुर 28 नवंबर अशोक वर्मा कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पूर्व से आरंभ विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला अभी भी अपने यौवन पर है । मेले में काफी लोग आ रहे हैं । वैसे हाथी के लिए प्रसिद्ध यह मेला अब हाथी विहीन हो चुका है । काफी संख्या में घोड़ा आया था, लेकिन घोड़ा का बिक्र तो बिक्री हो गई या फिर उसको वापस लेकर चले गए, लेकिन मेला में झूला बड़े-बड़े हैं, मंदिर की झांकी का दृश्य है , चार धाम यात्रा का भी मंदिर सजा है। कई स्टाल लगे हुए हैं। बिहार के विभिन्न जिले से अभी भी लोग मेला घूमने के लिए आ रहे हैं। बिहार में मेले का अपना महत्व रहा है लेकिन बाजारवाद के दौर में मेला धीरे-धीरे सिमटता जा रहा है, लेकिन सोनपुर मेला पर अभी असर नहीं हुआ है । मेले में पारंपरिक मिठाइयां खूब बन रही है और जमकर खरीदारी हो रही है। दिल्ली के स्टाइल पर ब्रेकफास्ट की दुकानें सजी है और नए-नए रूप दिखाकर उसकी उसकी बिक्री कर रहे हैं । मेले में अभी भी काफी गाय बिक्री की प्रतीक्षा में है ।खासी बकरी की भी काफी दुकानें सजी है ,कुत्ते भी वैरायटी वैरायटी के आए हैं। इस बार मेले में वैरायटी वैरायटी के झूले लगे हैं बड़े छोटे- सभी साइज के झूले लगे हैं जिस पर टिकट के लिए कतार लग रही है।