मोतिहारी। एसके पांडेय
महात्मा फुले समता परिषद संगठन ने “बिहार के लेनिन शहीद जगदेव बाबू“ की जयंती का आयोजन किया। इस अवसर पर जगदेव बाबू की जयंती न सिर्फ तस्वीर पर माल्यार्पण कर मनाई गई, बल्कि सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनके दिए संदेशों पर चलने की बात भी कही। महात्मा फुले समता परिषद यह समझती है कि शहीद जगदेव बाबू के आदर्शों पर चलने का भरोसा देकर बिहार की राजनीति में सत्ता पर आसीन लोग आज उनको ही भूला देने का काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि सत्ता में आसीन जेडीयू पिछले दिनों महात्मा फुले समता परिषद के साथ मिलकर कई कार्यक्रम कर चुकी है। लेकिन जब शहीद जगदेव बाबू की जयंती मनाने का फैसला जब महात्मा फुले समता परिषद ने किया तब न सिर्फ संगठन के संरक्षक आदरणीय उपेंद्र कुशवाहा जी को संगठन के कार्यक्रम में नहीं शामिल होने का निर्देश जारी कर दिया बल्कि पार्टी के स्तर पर किसी आयोजन का निर्देश नहीं जारी किया गया।
आश्चर्य तो यह है कि यह निर्देश पटना के एक सामाजिक संगठन द्वारा महाराणा प्रताप जी पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्री और नेता शामिल होने के बाद आता है। ऐसे में सवाल उठता है कि जेडीयू को आखिरकार पिछड़ों – दामितों के हितों की बात करने वाले शहीद जगदेव बाबू से आखिर क्या परेशानी है? पार्टी के गलत निर्देशों को मानने से इनकार कर नेता उपेंद्र कुशवाहा ने शहीद जगदेव बाबू की जयंती मनाने का फैसला कर ही लिया तब जाकर जेडीयू भारी फजीहत झेलने के बाद आनन फानन में शहीद जगदेव बाबू की जयंती मनाने का कोरम पूरा करने के लिए चिट्ठी जारी किया। जब जेडीयू शहीद जगदेव बाबू की नीतियों पर चलने का दंभ भरती है तब राजधानी में कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा सकता था?
महात्मा फुले समता परिषद इसे सामाजिक न्याय की धारा और जेडीयू के आधार समाज के साथ बहुत बड़ा धोखा मानती है और ऐसे किसी भी कृत्य का आगे भी कड़ाई से न सिर्फ भर्त्सना करती रहेगी बल्कि ऐसे किसी भी साजिश का आगे भी बेनकाब करती रहेगी।
पूर्वी चम्पारण जिला के चरखा पार्क मोतिहारी में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर जिला प्रभारी ठाकुर धर्मेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष संत सिंह कुशवाहा, मोतिहारी जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा सहित कई साथियों ने अपने विचार रखे। महात्मा फुले समता परिषद ने आज पूरे बिहार के हर जिले में अमर शहीद बाबू जगदेव जी की जयंती कार्यक्रम शानदार तरीके से आयोजित किया। मोतिहारी के कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेश कुमार मेहता, कपिलदेव प्रसाद, कौशल कुमार, जयप्रकाश कुशवाहा, गणेश कुशवाहा, रामेश्वर कुशवाहा, जितेंद्र चैरसिया, बिभूति शंकर प्रसाद कुशवाहा, प्रमोद कुमार, त्रिलोकी कुमार, मुकेश कुमार प्रसाद, रुपलाल कुशवाहा, रमेश पासवान, प्रकाश सिंह कुशवाहा, शत्रुधन यादव, कपीलदेव प्रसाद कुशवाहा,विनय कुशवाहा, नंदकिशोर कुशवाहा,शहजाद अंसारी, एजाज़ अहमद, पप्पु कुशवाहा, यादव लाल पासवान, मिथुन कुमार, अमीत ठाकुर, अखिलेश यादव, अशोक गुप्ता, अनुराग कुमार, भीम कुमार, बालिस्टर कुशवाहा, सुभाष सिंह कुशवाहा, अमर सहनी, गुड्डू कुमार, धीरज कुमार, मुरली मनोहर, ई. प्रदीप कुमार, अजीत कुमार ,शिवशम्भू कुशवाहा, नीतिश कुमार, रीतिक रोशन, अमृतेश कुमार, प्रभात कुमार, अमर सहनी, मनीर देवान, शत्रुधन यादव, अनिल कुमार, रामदयाल भगत, निसार अहमद,संजय कुशवाहा आदि उपस्थित थे।