मोतिहारी। अशोक वर्मा
निस्वार्थ फाउंडेशन के संस्थापक पर्यावरणविद केशव कुमार आदतन समाज सेवा के कारण इस कड़ाके की ठंड में आम जनों की सुधि लेने प्रतिदिन शहर के विभिन्न भागों में निकल पड़ते हैं और जहां भी जरूरतमंदों को ठंड में कंपकपाते देखते हैं उसके बदन पर कंबल ओढा देते हैं । बरसों से समाज सेवा के लिए समर्पित केशव कुमार की संवेदनशीलता आम लोगों ने कोरोना संक्रमण काल के दौरान देखा है। इन्होंने जान हथेली पर रखकर आम लोगों की बस्ती में अपनी सेवा दी थी। सैनिटाइजर और मास्क वितरण के साथ डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए इन्होंने हजारों की संख्या में घेरा बनाकर लोगों को जागरूक किया था। जिस समय आम लोग घरों में बंद थे केशव कुमार रिस्क लेकर लोगों को कोरोना सुरक्षा की पाठ पढ़ाते रहे। इतना ही नहीं इन्होंने अब तक एक लाख से अधिक पौधरोपण कर जिले मे कीर्तिमान स्थापित किया है।
जिला पदाधिकारी द्वारा इन्हें कई सम्मान से नवाजा भी जा चुका है ।ऐसी बात नही कि केशव कुमार धन के लिए या चंदा उगाही के लिए इस काम को किए ,बल्कि एक साधारण परिवार से आने वाले केशव कुमार अपने परिवार के भरण पोषण के लिए एक छोटी किराना की दुकान खोली है। ये आदतन अपनी सेवा कार्यों को हर समय जारी रखे हुए हैं।आजादी के स्वर्ण जयंती वर्ष में इन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर शहर में सैकड़ों पेड़ पौधे लगाए तथा उन्हें सुरक्षित भी किया । इस वर्ष के रिकॉर्ड ठंढ में केशव कुमार घर नहीं बैठे हैं बल्कि आम लोगों के अंदर समाज सेवा के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं । खुद तो सेवा कर ही रहे हैं साथ साथ अन्य लोगों की सहभागिता भी ठंड में करा रहे है । ठंड में सिकुड़ते लोगों के लिए सेवा लेने का प्रयास कर रहे हैं। वे खुद मोतिहारी के रिक्शा स्टैंड ,स्टेशन प्लेटफार्म बेली सराय, दुर्गा मंदिर के अलावा अन्य सार्वजनिक स्थलों का भ्रमण कर जरूरतमंदों के बदन पर कंबल रख उनकी सेवा कर रहे हैं।केशव कुमार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि शहर में आम लोगों से संपर्क करने का प्रयास करते हैं तथा उन्हें बताने की कोशिश करते हैं कि आप अपने बेटा बेटी के जन्मदिन या मैरिज डे या दिवंगत पूर्वजों के सम्मान मे कम से कम एक वृक्षारोपण करें। ताकि आने वाली पीढ़ी ऑक्सीजन की कमी महसूस नहीं करें । कडाके की ठंड में केशव कुमार ने श्रीमती वर्मा से संपर्क कर उनका भी सहयोग इस पुनीत कार्य में ले रहे हैं और कड़ाके की ठंड में मानव सेवा में लगे हुए है ।इतना ही नहीं पिछले दिनों कोलकाता हरिद्वार की यात्रा पर के क्रम में इन्होंने जहां भी गरीबों को अभाव में देखा उन्हें वस्त्र एवं कंबल देकर उनका आशीर्वाद लिया।