मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बाढ़ राहत जैसे बचाव कार्यों में घोर लापरवाही को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद सुगौली का जिलाधिकारी ने अगले आदेश तक वेतन किया स्थगित एवं पूछा गया स्पष्टीकरण, सुगौली नगर पंचायत के कुछ वार्डों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है। जल निकासी एवं आपदा प्रबंधन के कार्यों में कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा कोई रुची नही ली गई है। इससे बढ़कर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा स्थानीय पदाधिकारियों को कहा जा रहा है कि यह कार्य मेरा नहीं है। आपदा के समय में इस प्रकार की लापरवाही दण्डनीय अपराध है और कर्तव्य विमुखता, उद्बण्डता एवं लापरवाही का द्योतक है। स्थानीय नागरिकों द्वारा यह भी सूचना दी गई है कि कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत सुगौली लगातार मुख्यालय से अनुपस्थित रहते हैं और सप्ताह में मात्र दो दिन कार्यालय में उपस्थित रहते हैं। उक्त तथ्य आपदा के समय में आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराये जाने का स्पष्ट कारण है। जिलाधिकारी के द्वारा निदेश दिया गया है कि पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अन्दर इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों नहीं आपदा प्रबंधन अधिनियम के सुसंगत प्रावधानों के तहत उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी जाय एवं अनुशासनिक कार्रवाई हेतु विभाग को संसूचित कर दिया जाय।
जिलाधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत सुगौली का वेतन भुगतान स्थगित कर दिया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने संबंधी जांच के लिए अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन पूर्वी चंपारण एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी मोतिहारी की एक टीम बनाई गई है जो कार्यपालक पदाधिकारी के बायोमैट्रिक अटेंडेंस की जांच करते हुए स्थानीय लोगों से कार्यपालक पदाधिकारी के कार्य प्रणाली के संबंध में पूछताछ कर तीन दिन के अंदर प्रतिवेदन उपलब्ध कराएगी।