मोतिहारी। अशोक वर्मा
बिहार का प्रसिद्ध आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज जो प्रशासनिक एवं राजनीतिक उदासीनता के कारण वर्षों से बंद पड़ा है ,उस कॉलेज को खोलने के लिए मोतिहारी वासियों ने आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया। कॉलेज परिसर में इस संदर्भ में एक वृहत बैठक बुलाई गई जिसकी अध्यक्षता ललन प्रसाद शुक्ला ने की ।बैठक में काफी संख्या में लोग उपस्थित थे सभी ने एक स्वर से मांग की कि 1955 मे स्थापित यह कॉलेज बिहार के मुख्य कॉलेजो में एक है।
कॉलेज के पास काफी जमीन है तथा इसका अपना भवन है बावजूद प्रशासनिक एवं राजनीतिक उदासीनता के कारण कॉलेज बंद है।वक्ताओं ने यह भी कहा कि हम लोग अब सहन नहीं करेंगे और कॉलेज बचाने के लिए सड़क से सदन तक आंदोलन चलाएंगे। बैठक में यह मांग उठी कि कॉलेज परिसर में अवैध रूप से जो लोग अड्डा बाजी किए हुए हैं तथा आई हॉस्पिटल खोल अवैध तरीके से अपना रोजगार चला रहे हैं उन्हें अविलंब इस परिसर से बाहर किया जाए ।
जिला पदाधिकारी को नॉलेज में आई हॉस्पिटल के संचालन की जानकारी दी जा चुकी है। बार-बार प्रशासन द्वारा आई हॉस्पिटल हटाने की नोटिस जारी की जा रही है लेकिन प्रशासन के आदेश को अवैध कब्जा धारियों की ओर से अनसुनी किया जा रहा है। बैठक में सर्वसम्मति से एक कमेटी का गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष दिनेश्वर प्रसाद वर्मा और संरक्षक ललन प्रसाद शुक्ला को बनाया गया।
कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष पुष्कर बनर्जी बनाये गये तथा उपाध्यक्ष हरिवंश शुक्ला को बनाया गया। सचिव बने कुंदन शुक्ला तथा संगठन सचिव मनोज कुमार बैठा ,उप सचिव अतुल कुमार दास एवं विधि व्यता विश्वनाथ तिवारी बनाए गए। सभी ने घोषणा की कि मोतिहारी के धरोहर इस आयुर्वेद कॉलेज को बचाने के लिए हम लोग व्यापक संघर्ष का रूप देंगे।