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पियक्कड़ों के हमले में घायल एएसआई की मौत, गार्ड ऑफ आनर दे दी गई अंतिम विदाई

बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बिहार के मुंगेर में शुक्रवार देर शाम शराबियों के हमले में घायल हुए असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह की इलाज के दौरान पटना में मौत हो गई। शनिवार को उनका पार्थिव शरीर मुंगेर पुलिस लाइन लाया गया, जहां नम आंखों के साथ उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर डीआईजी राकेश कुमार, डीएम अवनीश कुमार सिंह और एसपी सैयद इमरान मसूद मौजूद रहे।
यह दिल दहला देने वाला हादसा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव में हुआ। जानकारी के मुताबिक, रणवीर यादव नाम का शख्स शराब के नशे में अपने पड़ोसी से झगड़ा कर रहा था। पड़ोसी की शिकायत पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची, जिसमें संतोष कुमार सिंह शामिल थे। लेकिन वहां पहुंचते ही रणवीर और उसके साथियों ने संतोष पर रॉड से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल संतोष को पहले मुंगेर सदर अस्पताल ले जाया गया, फिर बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया। अफसोस, शनिवार सुबह इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

पुलिस लाइन में भावुक विदाई

शनिवार को जब शहीद संतोष का शव मुंगेर पुलिस लाइन पहुंचा, तो वहां का माहौल गमगीन हो गया। तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को देखकर हर पुलिस जवान की आंखें नम थीं। डीआईजी राकेश कुमार, डीएम अवनीश कुमार सिंह और एसपी सैयद इमरान मसूद ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अपने इस बहादुर साथी को अंतिम विदाई दी। इस दौरान पुलिस लाइन में सन्नाटा छाया रहा, और सिर्फ सलामी की गूंज सुनाई दे रही थी।

डीआईजी का बयानः दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

मौके पर डीआईजी राकेश कुमार ने कहा, हमने एक मजबूत सिपाही खो दिया है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। इस घटना में शामिल अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होगी। आगे उन्होंने बताया कि अब तक 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। डीआईजी ने यह भी आश्वासन दिया कि शहीद के परिवार को विभाग की ओर से पूरी सहायता दी जाएगी। इसमें सहायता राशि, बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से आर्थिक मदद और उनकी पत्नी को नौकरी का विकल्प शामिल है।

मुंगेर में शोक की लहर

एएसआई संतोष की शहादत की खबर फैलते ही मुंगेर के लोग भी गम में डूब गए। एक साहसी पुलिसकर्मी, जो सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाने गया था, उसे इस तरह खो देना किसी के लिए भी सहन करना आसान नहीं था। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।

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