– बिहार सिनेमा एवं सांस्कृतिक संस्था से जुड़े कलाकारों ने दुहराया संकल्प, संगठन को सशक्त कर लडेंगे हक की लड़ाई
यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बिहार सरकार के पास कलाकारों के लिए कोई स्पष्ट विजन नहीं है। बार-बार घोषणा के बावजूद न तो फिल्मों को उद्योग का दर्जा मिला, न फिल्म सिटी का निर्माण हुआ और न ही यहां बनने वाली फिल्मों को अन्य राज्यों की तरह फिल्म सब्सिडी का ही लाभ मिलता है। और तो और यहां के कलाकारों के लिए विभाग के पास कोई ऐसी योजना भी नहीं है, जिससे इन्हें उचित प्लेटफार्म मिल सके। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर सत्याग्रह की धरती चंपारण में एक संस्था ने नई पहल की है। संस्था ने इन मु्द्दांे को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी है। इस क्रम में बिहार सिनेमा एवं सांस्कृतिक संस्था के पूर्वी चम्पारण ईकाई द्वारा मोतिहारी के कुड़वा माई परिसर में प्रदेश सुचना प्रभारी एवं जिला अध्यक्ष सौरभ वर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक की गई। बैठक में दर्जनो सुदुर इलाकों से आए कलाकार – डायरेक्टर – लेखक -गीतकार – कोरिग्राफरो ने महती उपस्थिति रही।
अरेराज के आयाम निदेशक सह स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर विजय के प्रस्ताव एवं कार्यकम के संचालन में सचिन कुमार सिंह ( लेखक -निर्देशक – पत्रकार ), संतोष शर्मा ( अभिनेता – लेखक -एडिटर ), सफीउल्लाह सफ़ी ख़ान ( निर्माता – निर्देशक ) – काशीनाथ बनर्जी ( सिनियर अभिनेता – श्याम गुरु (दिल्ली रंगमंच – निर्देशक – लेखक) – नवल कुमार राय (निर्देशक ) – संजय अवि (अभिनेता ) – पप्पू प्रीतम (लेखक – मुकेश बिहारी उर्फ सम्राट पाण्डेय ( निर्देशक -लेखक ) – युवा फ़िल्मकार आदित्य बाबा – राजू तिवारी ( अभिनेता – बंगाल – बिहार ), म० शहनाज – म० शहज़ाद – पप्पू कुमार -रमेश कुमार एवं ज़िले तथा प्रदेश में अपने नृत्य निर्देशन में परचम लहराने वाले रौशन राज की उपस्थिति रही।
बैठक लगभग 2.30 घंटे तक चली और सभी सम्मानित कलाकारों द्वारा अपनी बात विस्तार से चर्चा के रूप में की गई। भोजपुरी फ़िल्मों के गिरते स्तर कलाकारों का शोषण तथा बिहार सरकार की फिल्मकारों को लेकर कोई सम्मान एवं सब्सिडी, फिल्मों को उद्योग का दर्जा एवं फ़िल्म सिटी का अभाव होना जैसे मूलभूत सुविधाओं की कमी पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
साथ ही एक सशक्त संगठन की आवश्यकता पर जोर दिया गया ! जिला अध्यक्ष श्री वर्मा ने इस बात को लेकर संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकपूर शाही जी तक आज की बैठक में शामिल सभी कलाकारों की आवाज को पहुंचाने का संकल्प लिया और जिला कमिटी के गठन के बाद नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कलाकारों की समस्या सरकार तक पहुॅचाने की बात कही। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि अगर बिहार में कोई भी प्रोजेक्ट होगा तो उसमें बिहारी कलाकारों को सम्मानित तरीके से काम दिया जाना अनिवार्य रूप से प्राथमिकता दी जाएगी अन्यथा बिहार में शुटिंग नहीं होने दी जाएगी। आज की बैठक निश्चित रूप से बिहारी कलाकारों को एक सूत्र में बांधनेवाली साबित होगी। सभी उपस्थित कलाकारों ने एक स्वर में कहा कि अब समय आ गया है कि हम एक सूत्र में बंधकर, मजबूत संगठन का निर्माण करे और अपने हक की आवाज बुलंद करें। धन्यवाद ज्ञापन राजू खान ने किया।