Home न्यूज डीएम ने दिए मादक पदार्थों के अवैध व्यापार एवं इसके सेवन के...

डीएम ने दिए मादक पदार्थों के अवैध व्यापार एवं इसके सेवन के विरुद्ध नियमित छापामारी के निर्देश

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद सभा भवन में आयोजित एन कोर्ड की जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि मादक पदार्थों के अवैध व्यापार को रोकने एवं इसके सेवन के विरुद्ध लगातार छापामारी करें एवं पकड़े गए लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें। जिला के बॉर्डर एरिया खासकर रक्सौल, आदापुर, घोड़ासहन के क्षेत्र में लगातार अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि अभी पिछले सप्ताह ही पकड़ीदयाल में 670 किलोग्राम गांजा पकड़ा गया है। बैठक में नगर आयुक्त,अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी चंपारण मोतिहारी, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रक्सौल एवं सिकरहना(ढाका) सहित जिला कृषि पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि रक्सौल के रास्ते नेपाल में यूरिया ले जाया जा रहा है,जिस पर रोक लगाने की आवश्यकता है। इस पर जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि सीमा सुरक्षा बल स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर इसके विरुद्ध अभियान चलाए। जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि बॉर्डर एरिया में खाद के सभी दुकानदारों की सूची अनुमंडल पदाधिकारी रक्सौल को उपलब्ध करा दी जाए एवं नियमित रूप से इन दुकानों के स्टॉक वेरिफिकेशन किया जाए।
अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि निरोधात्मक कार्य में लगे हुए पदाधिकारी लोकल थाना को सूचना निश्चित रूप से दें और एक दूसरे के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि मादक पदार्थों का चलन युवा वर्ग में तेजी से बढ़ रहा है जिसका उनके स्वास्थ्य,उनके परिवार और समाज पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। शहर में थे तेजी से फैल रहा है। डीएम ने कहा कि उन जगहों को चिन्हित किया जाए जहां बच्चे मादक पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। खासकर रेलवे लाइन के किनारे, झाड़ी, पार्क, अन्य सुनसान जगहों पर नियमित रूप से गस्ती बढ़ाई जाए। आसपास के लोगों से भी इस संबंध में पूछताछ की जाए कि इस तरह की चीज कहां पर घटित हो रही है। बहुत सारा फीडबैक स्थानीय लोग ही बता देंगे और जो भी मैसेज मिले उसके विरुद्ध छापेमारी की जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि नशा मुक्ति केंद्र का भी नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए और वहां रह रहे लोगों से जरूरी पूछताछ किया जाए, साथ ही वहां पर प्रतिनियुक्ति कर्मियों पर भी नजर रखी जाय। जिलाधिकारी के द्वारा मादक पदार्थों के अवैध व्यापार एवं इसके दुष्प्रभाव के संबंध में जागरूकता अभियान चलाने, विशेष कर शैक्षणिक संस्थानों में चलाने का निर्देश दिया गया।

Previous articleअपने अधीनस्थ कार्यालय की नियमित समीक्षा करें वरीय पदाधिकारी, तय करें जवाबदेहीः बैठक में बोले डीएम
Next articleमोतिहारी में इस वर्ष 477 हाइड्रोसील मरीजों की हुई सर्जरी, सदर अस्पताल में होता है निशुल्क ऑपरेशन