बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार ने मिलकर चंपारण वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है.चंपारण क्षेत्र को पटना से सीधे जोड़ने के लिए 8660 करोड रुपए की लागत से नई एनएच 139ॅ का निर्माण होने जा रहा है जो पटना से बेतिया तक बनेगा. इससे पुर्वी चंपारण जिले से पटना दूरी महज 2 से 3 घंटे में पूरी हो जा सकेगी. इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम पुर्वी चंपारण जिले में पूरा कर लिया गया है. इस फोर लेन सड़क के निर्माण हो जाने से जिले के लोगो को व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को तो बढ़ावा मिलने के साथ-साथ उत्तर बिहार से सीमांचल और यूपी की कनेक्टिविटी भी बढ़ जाएगी.
कुल 171 किलोमीटर लंबी परियोजना पर 8660 करोड़ रुपये की राशि खर्च आएगी. वहीं पटना से चंपारण की कनेक्टिविटी बढ़ने से चंपारण वासियों को काफी फायदा मिलने वाला है. वहीं, इस लंबी सड़क को 5 फेज में इस प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाएगा. जिसमें पूर्वी चंपारण के अरेराज, कोटवा, हरसिद्धि, केसरिया सहित कई प्रखंड के इलाके में लोगों को सीधे इसका फायदा मिलने वाला है. इस फ़ोरलेन के निर्माण का काम पांच सेक्टरों में बंटा है.
इनमें से कुछ पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जबकि कुछ के लिए टेंडर की प्रक्रिया जारी है. सरकार ने यह फैसला लिया है कि अब पटना से चंपारण की दूरी 4-5 घंटे के बजाय महज 2 से 3 घंटे में पूरी कराई जाए, ताकि लोगों को फायदा हो. बता दें कि एनएच-139 डब्लू (पटना-बेतिया फ़ोरलेन) का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मंज़ूर किया है. इस सड़क के निर्माण हो जाने से चंपारण से पांच और जिलों की कनेक्टिविटी सीधे तौर पर हो जाएगी. यह सड़क पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण ज़िलों को जोड़ेगी. इस फ़ोरलेन से उत्तर बिहार, सीमांचल, और उत्तर प्रदेश से पटना आने-जाने वाले यात्रियों को राहत मिलने वाली है.इसके बन जाने से जहां जेपी सेतु पर ट्रैफ़िक का दबाव कम होगा,वहीं इससे लगे क्षेत्रों में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा.