बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
अगर बाली उमर में इश्क का शौक चर्रा जाय, तो जरा संभल कर। कहीं ऐसा न हो कि जिसे आप अपने सपनों का शहजादा समझ रही हो व दिलफरेब निकले और जीवन भर साथ निभाने का वादा कर दो घड़ी में हाथ झटक भाग खड़ा हो।
ऐसा ही वाकया भागलपुर जंक्शन पर देखने को मिला। दरअसल, एक नाबालिग अपने प्रेमी के कहने पर घर से भाग निकली। प्रेमी ने उसे दिलासा दिया था कि उसका जीवन भर साथ देगा, लेकिन जब प्रेमिका स्टेशन पहुंच गई तो प्रेमी डर गया और प्रेमिका को प्लेटफार्म पर ही छोड़ ट्रेन पकड़कर मुंबई भाग निकला। इस कारण वह प्लेफार्म पर फंस गई।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब मालदा डिवीजन के भागलपुर आरपीएफ पोस्ट के पदाधिकारी स्टेशन पर रूटीन गश्ती पर थे। प्लेटफार्म नंबर एक पर एक लड़की को आरपीएफ जवानों ने लावारिस संदिग्ध रूप में घूमते हुए देखा। यह देख महिला पदाधिकारी अंजू कुमारी ने उससे पूछताछ की। उसने पहले तो उन लोगों को बरगलाया। तब आरपीएफ पदाधिकारियों ने इसकी सूचना इंस्पेक्टर रणधीर को कुमार को दी।
उन्होंने लड़की को आरपीएफ पोस्ट मंगवाया। वहां लड़की को महिला पदाधिकारी के समक्ष फिर से सारी बातें पूछी गईं। उसकी काउंसिलिंग की गई, तब जाकर लड़की ने सारी कहानी बताई। उसने बताया कि वह अपने प्रेमी के साथ बिना घर में कुछ बताए भाग निकली थी, लेकिन वह उसे छोड़कर भाग निकला। इसके बाद इंस्पेक्टर ने भागलपुर चाइल्ड लाइन को इसकी जानकारी दी। चाइल्ड लाइन के केंद्रीय समन्वयक पंकज कुमार पांडेय ने लड़की को सुरक्षित तरीके से महिला काउंसिलर के पास रखा।
समन्वयक ने बताया कि लड़की के परिजन चाइल्ड लाइन पहुंचे। उन्होंने बताया कि बेटी उनके बहनोई के भाई के साथ मुंबई जाने के लिए निकली थी। वह स्टेशन पर छूट गई, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि उन लोगों को इसकी जानकारी थी तो उन लोगों ने चुप्पी साध ली। हालांकि चाइल्ड लाइन ने लड़की को काउंसिलिंग और जरूरी प्रक्रिया करने के बाद माता-पिता को सौंप दिया।



















































