मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मोतिहारी में बीईओ पर घूस मांगने का आरोप लगाते हुए शिक्षकों ने कार्यालय में बंद कर दिया. शिक्षकों ने आरोप लगाया कि बीईओ ने वेतन विसंगति मामले में शिक्षकों से 5-5 हजार रुपए की मांग की है. शिक्षकों ने इस दौरान तालाबंदी कर प्रदर्शन किया, जिससे बीईओ एक घंटे तक कमरे में बद रहें.
बिहार के मोतिहारी में बीईओ को बंधक बनाया गया. शिक्षकों ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय पर प्रदर्शन कर ताला लगा दिया, जिससे काफी समय तक बीईओ कार्यालय के अंदर बंद रहे. मामला जिले के ढ़ाका प्रखंड का है. शिक्षकों ने वर्ष 2006 में नियोजित शिक्षकों ने वेतन विसंगति में सुधार के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. इसके विरोध में बीईओ को कार्यालय कक्ष में बंधक बना लिया और कार्यालय में ताला लगाकर प्रदर्शन किया
वेतन विसंगति का मामलाः वर्ष 2006 में नियोजित हुए शिक्षकों का साल 2015 में वेतन विसंगति हो गई. वरीय शिक्षकों का वेतन कनीय शिक्षकों से कम हो गया. जिसको लेकर सरकार के स्तर से भी पहल शुरु हुई. इधर शिक्षकों ने जिला के वरीय अधिकारियों से गुहार लगायी. फिर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने 27 मार्च को चिट्ठी जारी कर सेवा पूर्व प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन निर्धारण की समीक्षा कर त्रुटियों का विभागीय नियमानुसार निराकरण कर एक सप्ताह के अंदर जिला को प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया, लेकिन एक सप्ताह के बाद भी वेतन विसंगति के निराकरण से संबंधित रिपोर्ट नहीं पेश किया गया.
शिक्षक नीलमणि सुमन ने बताया कि वर्ष 2006 में नियोजित शिक्षकों का वेतन विसंगति 2015 में हो गया था, जिसके सुधार को लेकर बिहार सरकार और जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पत्र निर्गत किया था. उस पत्र के आलोक में एक सप्ताह के अंदर वेतन विसंगति दूर करके जिला को सौंपना था, लेकिन बीईओ ने प्रखंड के शिक्षकों को बरगला कर पांच-पांच हजार रुपए रिश्वत मांगनी शुरु कर दी. जिस कारण बीईओ को हम सभी शिक्षकों ने उनके कार्यालय में बंद कर दिया है. जबतक वह वेतन विसंगति वाला फाइल निपटा कर जिला को नहीं भेजेंगे, तबतक उनको बंद रखा जाएगा.ष्जो 2006 में बहाल हैं. उनका वेतन विसंगति 2015 में हो गया था.