मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
एनआईए ने भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल में कई जगहों और चौक-चौराहे पर पोस्टर लगाकर जाली नोट कारोबारी वाहिद अंसारी के बेटे असलम की गिरफ्तारी के लिए लोगों से जानकारी मांगी है। यह भारतीय मुद्रा के जाली नोट को भारत में सप्लाई करने का आरोपित है।
पोस्टर के माध्यम से एनआईए की टीम ने बताया कि असलम अंसारी नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र गांव इनरवा, बीरगंज जिला परसा का रहने वाला है। असलम उर्फ गुलटेन पाकिस्तान के रास्ते नेपाल आने वाले जाली नोट को भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर भारत में जाली नोट भेजा करता था। साल 2019 से ही फरार चल रहा है।
असलम अंसारी को पकड़ने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र में जगह-जगह पोस्टर चिपकाया गया है। इसकी सूचना देने वालों को एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पोस्टर के माध्यम से ई-मेल आईडी, फोन नंबर और व्हाट्सएप नंबर साझा कर लोगों से असलम अंसारी की जानकारी देने का आग्रह किया है। एनआईए ने लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
जाली नोट के धंधे में दुबई, मलेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश के लोग शामिल हैं। जाली नोट का बड़ा गिरोह नेपाल का परसा और बारा जिला है। सरगना पाकिस्तान और दुबई में बैठे जाली नोट के धंधे का कंट्रोल करता है।
जब-जब पर्व त्योहार का सीजन आता है तब-तब जाली नोट का कारोबार बढ़ जाता है। जाली नोट में 100, 200, 500, 2000 के नोट हैं। नकली नोटों की प्रिंटिंग पाकिस्तान, बांग्लादेश, मलेशिया, दुबई में होती है। वहां से जाली नोट का खेप श्रीलंका, पाकिस्तान, थाईलैंड, सिंगापुर और मलेशिया के रास्ते नेपाल पहुंचती है।