मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मोतिहारी में एनआईए टीम ने पीएफआई से जुड़े तीन लोगों को हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ जारी है। इनमें पीएफआई सरगना रियाज मारूफ भी शामिल है। मोतिहारी के एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने इसकी पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को उड़ाने की साजिश के मामले में की गई है। हालांकि एसपी ने इससे इनकार किया है।
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार सुबह पूर्वी चंपारण जिले के चकिया और मेहसा थाना इलाकों में छापा मारा। चकिया थाना क्षेत्र के कुंअवा में पीएफआई के राज्य सचिव रेयाज मारूफ के घर पर छापेमारी हुई। वहीं कुँअवा गांव से एक दानिश नामक युवक को हिरासत में लिया गया। वह इंटर का छात्र बताया जा रहा है। वहीं मेहसी थाना क्षेत्र से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। एनआईए की टीम उनसे कहां पूछताछ कर रही है इसका खुलासा नहीं हो सका है।
मोतिहारी एसपी ने बताया कि पटना और रांची एनआईए की टीम ने जिला पुलिस की सहयोग से छापेमारी की। तीनों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही उनकी निशानदेही पर सर्च अभियान चल रहा है। हालांकि, एसपी ने बताया कि एनआईए की कार्रवाई का अयोध्या जाने वाले देवशिला से कोई संबंध नहीं है।
इस बीच मोतिहारी पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी कर स्पष्ट कर गिया है कि एनआईए रेड का संबंध उस वायरल वीडियो से नहीं है, जिसमें राम मंदिर को उड़ाने को लेकर धमकी दी जा रही है. प्रेस रिलीज में कहा गया है, ’कुछ मीडिया चैनल्स और सोशल मीडिया पर आज सुबह एनआईए द्वारा मोतिहारी पुलिस के सक्रिय सहयोग से 3 पीएफआई संदिग्धों को संसीमित करने की कार्रवाई को कथित राम मंदिर उड़ाने की धमकी से संबंधित घटना से जोड़कर दिखाया जा रहा है. स्पष्ट किया जाता है कि पुलिस द्वारा अबतक के अनुसंधान में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। अनुसंधान जारी है.’फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल कनेक्शनः बता दें कि पटना के फुलवारी शरीफ टेटर मॉड्यूल मामले में चकिया का रियाज भी नामजद है. वह काफी समय से एनआईए की गिरफ्त से बाहर है. इस बार भी एनआईए ने जहां रेड डाली है, वह रियाज का गांव कुअवां है. इससे कुछ महीने पहले एनआईए ने रियाज के घर पर पहुंचकर तलाशी ली थी. वहां से कई संदिग्ध दस्तावेजों को जब्त कर अपने साथ ले गई थी. हालांकि इस पूरे मामले में रियाज के भाई ने मीडिया को नहीं बताया कि उससे क्या सवाल पूछे गए.