मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जिला मत्स्य कार्यालय के प्रांगण में एक दिवसीय मत्स्य प्रत्यक्षण – सह- प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि विनोद कुमार उप मत्स्य निदेशक तिरहुत परिक्षेत्र मुजफ्फरपुर, प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रही जिला मत्स्य पदाधिकारी डा० नूतन, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, मत्स्य विकास पदाधिकारी, मुखिया राजू बैठा, मुखिया ध्रुव सहनी, मत्स्यजीवी सहयोग समिति लि० पिपराकोठी के मंत्री, रविन्द्र सहनी, मत्स्य वैज्ञानिक, आदित्य कुमार एंव विभिन्न प्रखंडो से आए मत्स्य कृषकों का अभिवादन किया गया। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा, राज्य योजना एंव केन्द्र योजना, केसीई के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई एव मत्स्य प्रत्यक्षण के रूप में यांत्रिक एरेटर, बायोफ्लॉक, आरएएस का मॉडल प्रारूप विस्तार पूर्वक दिखलाया गया ऍव इन योजनाओ से होने वाले लाभ के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
।. बायोफ्लॉक 07 टैंक-
योजना का मुख्य उद्देश्य कम वर्षापात एवं पानी की कमी वाले क्षेत्र में यांत्रिक रूप से नियंत्रित तकनीक से सघन मत्स्य पालन को बढाना है। साथ ही पारंपरिक मत्स्य पालन की तुलना मे इस तकनीकी से कम जगह एवं कम पानी मे भी अधिक मत्स्य उत्पादन प्राप्त की जा सकती है।
(1) बायोफ्लॉक टैंक इनटेनसीव कल्चर में 5000 वर्ग फीट टैंक में 6 माह में 4 टन का उत्पादन लिया जा सकत है।
(2) प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत बायोफ्लॉक टैंक का इकाई लागत 7.50 लाख रू० प्रति यूनिट निर्धारित है।
(3) प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत आवेदन करने पर अन्य वर्ग के व्यक्तियों को 40 प्रतिशत एवं महिला किसी भी वर्ग के हो/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों को 60 प्रतिशत का सब्सिडी देय होगा।
पुनः परिसंचरण मत्स्य पालन तकनिकी (रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम,
योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक मत्स्य पालन की तुलना मे इस तकनीक से कम जगह एवं कम पानी में भी अधिक मत्स्य उत्पादन की जा सकती है।
(1) प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत आर०ए०एस० का इकाई लागत 7.50 लाख रू० प्रति यूनिट निर्धारित है।
(2) प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत आवेदन करने पर अन्य वर्ग के व्यक्तियों को 40 प्रतिशत एवं महिला किसी भी वर्ग के हो / अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों को 60 प्रतिशत का सब्सिडी देय होगा।