मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
पूर्वी चंपारण जिले में समाधान यात्रा के क्रम में मोतिहारी जिला मुख्यालय में राधाकृष्णन भवन के सम्मुख पत्रकारों से रूबरू होते हुए सीएम नीतीश कुमार ने काफी नपे-तुले ढंग से सवालों के जवाब दिये। वे चंपारण को किसी नई सौगात देने की घोषणा से भी बचते नजर आये। वहीं केविवि, बाढ़ के मुद्दे पर भी स्पष्ट कोई जवाब नहीं दिया। वही ंपीएम बनने के सवाल को टालते हुए कहा कि वे किसी राजनीतिक सवाल का जवाब नहीं देंगे।
समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा का मकसद सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी लेना, विकास का काम कितना हुआ है और कितना बाकी इसे देखना है। इसके अलावा लोगों की और कोईजरूरत है, उसे जानने और समझने के लिए हमलोग यात्रा पर निकले हैं। इसी सिलसिले में यहां पर आकर हमने विकास कार्यों का जायजा लिया है। यहां पर काफी अच्छा काम हो रहा
है। समीक्षा बैठक में लोग जानकारी देते हैं कि कहां पर क्या कमी है। समीक्षा बैठक में भी विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहते हैं और कुछ अधिकारी पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी जुड़े होते हैं। समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया जाता है। एकदृएक काम को पूरा कराना है। पहले की घोषणाएं अगर पूरी नहीं हुई हैं तो उसे पूरा करना है। अगर कहीं पर और काम करने की आवश्यकता है, उसे भी हमलोग
करेंगे। हमारी यात्रा का मकसद ही यही । अब तक की सभी जगहों की यात्रा अच्छी रही है। सभी जगहों पर हमलोग घूमते रहे हैं। बाढ़ के समय भी एक- एक इलाके में जाकर हमलोग जायजा लेते हैं। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यानि बापू की धरती है। बापू 1917 में यहां आये थे। इसको लेकर हमलोगों ने वर्ष 2017 में शताब्दी समारोह का आयोजन कराया था। अभी हमारी यात्रा का मकसद यही है कि जो काम कराये जा रहे हैं, उसे देखना और
इसके अलावा और क्या होना चाहिए, उन सब चीजों को जानना और समझना। अभी दूसरी बातों पर हम ध्यान नहीं दे रहे हैं। कहा कि