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सरहदें हारीं, प्यार जीता: फिलीपींस की चार्लीन बनी बिहार के अमृत की जीवनसंगिनी

सचिन कुमार सिंह I
प्यार न जाति देखता है, न धर्म और न ही देश की सीमाएं। इसका सबसे खूबसूरत उदाहरण बिहार के मोतिहारी में देखने को मिला, जहां फिलीपींस की चार्लीन (28) और मोतिहारी के अमृत श्रीवास्तव (33) ने सात फेरों के साथ जन्मों का रिश्ता जोड़ लिया।

💞 दुबई में मिलीं दो आत्माएं, मोतिहारी में बन गया जन्मों का रिश्ता!
🔹 अमृत श्रीवास्तव, पूर्वी चंपारण के चिंतामणपुर गांव के निवासी, पिछले 5 वर्षों से दुबई में पढ़ाई कर रहे थे और वहीं नौकरी भी करने लगे।
🔹 चार्लीन से उनकी पहली मुलाकात एक होटल में हुई, जहां पहली नजर का प्यार धीरे-धीरे मजबूत होता चला गया।
🔹 करीब 3 साल तक लिव-इन में रहने के बाद, दोनों ने अपने परिवार की सहमति से शादी करने का फैसला लिया।

चार्लीन बनीं भारतीय बहू, हिंदू रीति-रिवाज से हुई भव्य शादी!
📌 7 फरवरी 2025 को मोतिहारी के एक भव्य होटल में धूमधाम से शादी समारोह आयोजित किया गया।
📌 चार्लीन ने भारतीय परंपरा के अनुसार लाल जोड़ा पहना, वहीं अमृत ने शेरवानी में दूल्हे का रुतबा निभाया।
📌 चार्लीन के पिता मैगनोलिया भी शादी समारोह से बेहद खुश दिखे, और पूरे परिवार ने विदेशी बहू को अपनाने की खुशी जाहिर की।
📌 जब अमृत ने चार्लीन के गले में मंगलसूत्र पहनाया और चार्लीन ने अमृत को वरमाला पहनाई, तो पूरा माहौल तालियों और ढोल-नगाड़ों से गूंज उठा!

🎊 “विदेशी बहू” के स्वागत में झूम उठा श्रीवास्तव परिवार!
💖 अमृत के परिवार वाले चार्लीन को बहू बनाकर बेहद खुश हैं, और उनका कहना है कि “बेटी जैसी बहू पाकर वे फूले नहीं समा रहे!”
💖 चार्लीन ने भारतीय परंपराओं को दिल से अपनाया और शादी में अपनी पसंद के अनुसार तैयारियां करवाईं।

📌 निष्कर्ष: यह सिर्फ शादी नहीं, प्यार की जीत है!
✅ इस शादी ने साबित कर दिया कि सच्चा प्यार किसी भी सीमा का मोहताज नहीं होता।
✅ संस्कृतियों का संगम जब होता है, तो रिश्तों की डोर और भी मजबूत हो जाती है।
✅ अमृत और चार्लीन की प्रेम कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है, जो प्यार को सच्चे दिल से निभाने का हौसला रखते हैं।

👉 मोतिहारी की यह शादी चर्चा का विषय बन चुकी है, और अब यह प्रेम कहानी लोगों के दिलों में हमेशा के लिए बस गई है!

 

 

 

 

 

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