बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
तमिलनाडु प्रकरण में तथाकथित भड़काउ वीडियो डालने के मामले में फरार चल रहे यूट्यूबर मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी और इसके सहयोगी युवराज सिंह राजपूत के खिलाफ बुधवार को पटना के कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। वारंट जारी करने के लिए बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने कोर्ट में अर्जी दी थी।
अब EOU ने मनीष कश्यप और युवराज की गिरफ्तारी के लिए एक स्पेशल टीम भी बना दी है। जो बिहार से बाहर दूसरे राज्यों में जाएगी और इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करेगी।
दरअसल, यह कानूनी शिकंजा कसा है तमिलनाडु मामले में। वहां रह रहे बिहार के लोगों के साथ हिंसा की गलत और उन्माद फैलाने वाले वीडियो को वायरल करने का आरोप मनीष कश्यप और युवराज पर है।
आर्थिक तौर पर गड़बड़ी के मिले सबूत
EOU ने फरार मनीष कश्यप की कुंडली को खंगालना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मनीष कश्यप और उसके फाउंडेशन से जुड़े कुल 4 बैंक अकाउंट के डिटेल्स जांच कर रही टीम के हाथ लगे। जिसकी जांच की गई। मनीष कश्यप के नाम वाले SBI के एक अकाउंट में 3,37,496 रुपए, IDFC बैंक के एक अकाउंट में 51,069 रुपए, HDFC बैंक के एक अकाउंट में 3,37,463 रुपए मिले। जबकि, मनीष कश्यप के SACHTAK Foundation के नाम से HDFC BANK के एक अकाउंट में 34,85,909 रुपए उपलब्ध हैं।
सभी अकाउंट में जमा रुपयों को मिलाकर कुल 42,11,937 रुपए मिले। EOU ने शिकंजा कसते हुए इन सभी बैंक अकाउंट में उपलब्ध रुपयों को फ्रीज करा दिया है। अपनी जांच में EOU ने पाया है कि फाउंडेशन के जरिए मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी ने आर्थिक तौर पर गड़बड़ी की है। वित्तीय अनियमितता के साक्ष्य मिले हैं। इस मामले में अब गहन जांच की जा रही है।
गिरफ्तारी का फोटो पोस्ट करने वाला पटना से गिरफ्तार
दो दिन पहले मनीष कश्यप के नाम से ट्विटर हैंडल से मनीष कश्यप की गिरफ्तारी की एक फोटो पोस्ट करने वाले को EOU ने पटना से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी की अफवाह फैलाकर लोगों को दिग्भ्रमित करने के आरोप में EOU ने FIR नंबर 5/23 दर्ज किया था।
इस कांड की अप्राथमिकी अभियुक्त प्रशांत कुमार जो बड़का ढकाइच, थाना कृष्णाब्रह्म, जिला बक्सर का रहने वाला है। उसे पटना में शास्त्री नगर थाना के शिवपुरी इलाके के गणेश पथ रोड नं0-1 से गिरफ्तार किया गया है।