बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बिहार के पश्चिम चंपारण में शादी समारोह का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। शादी तो नहीं हुई लेकिन चर्चा दूर-दूर तक फैल गई। दरअसल, बीते दिन पश्चिम चंपारण में शादी समारोह थी दूल्हे के पिता ने दस हजार के लिए रस्म निभाने से इनकार कर दिया, तो दुल्हन ने शादी से ही इनकार कर दिया। सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ कि ससुराल वाले सभी फर्जी निकले।
जानकारी के मुताबिक सबसे बड़ी बात यह कि दूल्हा फर्जी इंजीनियर था और शादी के जेवर भी नकली था। दुल्हन का ससुर नकली ठेकेदार था। इस शादी के फर्जीवाड़ा में बेचारे रिश्तेदार घंटों तक बंधक बने रहे। शादी में कन्या निरीक्षण के समय दहेज के बकाए रुपए की मांग पर एक लड़की ने शादी से इंकार कर दिया।
घटना नगर के वार्ड नौ की है। लड़की द्वारा शादी से इंकार करने के बाद लड़की पक्ष ने रामनगर के विलासपुर गांव निवासी दुल्हा हिमांशु कुमार, उसके पिता सुभाष साह समेत सात लोगों को बंधक बना लिया। शिकारपुर पुलिस जांच में जुट गई है। बताया जाता है कि नगर के वार्ड नौ की एक लड़की की शादी रामनगर के विलासपुर गांव में तय हुई थी।
बारात शुक्रवार की रात्रि में धूमधाम से आई। वरमाला की रश्में भी निभाई गई, लेकिन कन्या निरीक्षण के समय लड़के के पिता ने बकाए दहेज के दस हजार रुपए की मांग कर दी। उसके बाद लड़की पक्ष वालों द्वारा काफी मान मनव्वल के बाद भी बात नहीं बनी। इसी बीच लड़की पक्ष के लोगों की नजर आभूषणों पर पड़ी। फिर क्या था… शंका होने पर गहनों की जांच की गई और पता चला की सभी गहने नकली है। इसके बाद लड़की पक्ष में कोहराम मच गया।
भड़के हुए लड़की पक्ष वाले लड़के के इंजीनियर होने का प्रमाण मांगने लगे। दूल्हे पक्ष के लोग टालने की कोशिश करने लगे। तब पता चला की लड़का नकली इंजीनियर है. जब लड़की को इसकी भनक लगी तो उसने शादी से साफ तौर पर इंकार कर दिया और शादी रोक दी गई। बाद में लड़की पक्ष के लोगों ने दूल्हे और उसके पिता के साथ अन्य बारातियों को एक कमरे में बंदकर बंधक बना लिया। साथ ही दहेज में दिए गए रुपए की मांग करने लगे।
उसके बाद मामला थाना तक पहुंचा और शनिवार को पुलिस के समक्ष भी पंचायती की गई, लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका। दोनों पक्षों के साथ बैठक कर नतीजा निकालने की कोशिश हो रही है। कोई नतीजे पर नहीं पहुंचा है। थानाध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि घटना की जांच कराई गई है। दोनों पक्ष आपस में पंचायती कर रहे हैं। मामल नहीं संभला तो आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।