मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
अंतरराज्जीय साइबर फ्रॉड बॉस गिरोह के ब्लैकमनी को व्हाइट मनी करने वाला शातिर दयाशंकर ने पुलिस की बढती दबिश के कारण न्यायालय में आत्म समर्पण कर दिया. वह घोड़ासहन का मूल निवासी है. शहर के मीना बाजार में उसकी दुकान है, जहां वह परचुन के होलसेल का कारोबार करता था. उसी कारोबार की आड़ में वह साइबर अपराधियों के कालेधन को सफेद भी कर रहा था .
साइबर थाना के डीएसपी अभिनव पराशर ने बताया कि दयाशंकर को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जायेगा. अनुसंधानकर्ता मुमताज आलम को उसे रिमांड पर लेने की प्रक्रिया प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है, ताकि पूछताछ कर साइबर क्राइम से जुड़े तत्थों का पता लगाया जा सके. उन्होंने बताया कि फरार नौ आरोपियों के घर पर इश्तेहार की कार्रवाई के बाद दयाशंकर ने आत्म समर्पण किया है. उसके घर पर भी इश्तेहार चिपकाया जा चुका था. कुर्की के डर से उसने न्यायालय में आत्म समर्पण कर दिया. कहा कि अभी आठ नामजद आरोपी फरार चल रहे है. सभी के घर इश्तेहार चिपकाया जा चुका है. बहुत जल्द न्यायालय से आदेश लेकर उनके विरूद्ध कुर्की की कार्रवाई की जायेगी. बताते चलंे कि 16 जून को साइबर थाने की पुलिस ने शहर की अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था. उनके ठिकाने से 30 लाख कैश के अलावा दो पिस्टल, नोट गिनने वाला मशीन, पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड सहित अन्य संदिग्ध दास्तावेज भी बरामद हुआ था. मामले में 16 साइबर अपरााधियों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.