नेशनल डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। शूटर विजय यादव ने जिस रिवाल्वर से जीवा पर गोलियां बरसाईं थीं वह मुंगेर (बिहार) से ली गई थी। ये खुलासा कोर्ट में दी गई रिमांड अर्जी से हुआ है, जिसमें विजय के बयान में इस अहम तथ्य का जिक्र है। वहीं, सुपारी देने वाले से उसकी मुलाकात नेपाल के काठमांडो स्थित एक होटल में हुई थी। ये दावे विजय ने पूछताछ में किए हैं। पुलिस ने पांच दिन की रिमांड की मांग की है। सात जून को एससी-एसटी कोर्ट में पुलिस अभिरक्षा में संजीव पेशी पर लाया गया था।
कोर्ट रूम में संजीव पर रिवाल्वर से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। मौके से शूटर विजय यादव उर्फ आनंद पकड़ा गया था और रिवाल्वर बरामद हुई थी। पुलिस अफसर तब से खामोश थे। रिवाल्वर कहां से आई? ये सवाल सबसे अहम था। अब इसको लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
पुलिस ने विजय को कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी थी, जिसमें विजय के बयान का जिक्र कर दावा किया है कि उसने पूछताछ में बताया कि जिस रिवाल्वर से उसने वारदात को अंजाम दिया वह उसको मुंगेर में मिली। पुलिस अब आरोपी को रिमांड पर लेकर इस बारे में तस्दीक करेगी। इसके अलावा वह लखनऊ में कई जगहों पर घूमा था। कुछ लोगों से मिला भी था। इस बारे में गहनता से छानबीन जारी है।
किसने मुहैया कराई, ये सवाल बरकरार
पुलिस को अभी तक ये जवाब नहीं मिल सका है कि विजय को मुंगेर में रिवाल्वर किसने मुहैया कराई थी। किसी बड़े असलहा तस्कर ने या फिर सुपारी देने वाले शख्स ने। इन्हीं सब सवालों को उसको रिमांड पर लेकर पूछा जाएगा। ये भी बड़ा सवाल है कि चेकोस्लोवाकिया की विदेशी रिवाल्वर मुंगेर तक कैसे और किसके पास पहुंची। ये पूरा नेटवर्क पुलिस खंगालेगी। आरोपी के दावे में कितनी की सच्चाई है, ये आगे की तफ्तीश में ही साफ हो पाएगा।
होटल में काम करने का किया दावा
विजय ने पूछताछ में बताया कि वह नेपाल के काठमांडो में स्थित एक होटल में काम करता था। उसके मुताबिक कथित तौर पर सुपारी देने वाले से उसकी इसी होटल में मुलाकात हुई थी। हालांकि अर्जी में सुपारी देने वाले के नाम का जिक्र नहीं है। विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने समेत अन्य कानूनी प्रक्रिया के बाद एक टीम काठमांडो जाएगी, जिससे इस तथ्य का सत्यापन हो सके। पुलिस पता करेगी कि विजय ने जिस होटल का जिक्र उसने किया है, उसमें वह काम करता भी था या नहीं।
सार्वजनिक शौचालय में पहने थे वकील के कपड़े
पुलिस को दिए बयान में विजय ने कहा कि वह एक ओवरब्रिज से नीचे उतरा था। वहीं पर चौराहे के पास बने सार्वजनिक शौचालय में उसने वकील के कपड़े पहने। उसके बाद कोर्ट पहुंचा था। पुलिस पूछताछ कर पता करेगी कि आरोपी किस ओवरब्रिज व किस शौचालय का जिक्र कर रहा है। वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल कर इसके बारे में जानकारी करेगी। सूत्रों के मुताबिक जिस बड़े चौराहे का जिक्र शूटर ने किया है वह परिवर्तन चौक है। इसकी तस्दीक पूछताछ में हो सकेगी।
कोर्ट रूम में जीवा की हत्या
आपको बता दें कि पुलिस हिरासत में लखनऊ के एससीएसटी कोर्ट रूम में सात जून को दोपहर बाद मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी कुख्यात अपराधी संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा (50) की हत्या कर दी गई। वकील के लिबास में आए हमलावर ने कोर्ट रूम में ही रिवॉल्वर से ताबड़तोड़ छह राउंड फायरिंग की।
इस दौरान दो पुलिसकर्मियों, एक डेढ़ साल की बच्ची व उसकी मां को भी गोली लगी। जीवा पर हमलावर ने पीछे से फायरिंग की। वारदात के बाद वकीलों ने दौड़कर हमलावर को दबोच लिया और पीटकर पुलिस को सौंप दिया। घायलों को ट्रामा में भर्ती कराया गया है।
वारदात के बाद आक्रोशित वकीलों ने प्रदर्शन कर पथराव कर दिया। जिसमें एसीपी चौक का सिर फट गया। कई वाहन भी छतिग्रस्त हो गए। आलाधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तब हालात पर काबू पा सके।