बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
तमिलनाडु प्रकरण में गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी मनीष कश्यप को पुलिस जल्द रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। उससे वायरल वीडियो से लेकर अन्य सभी मामलों में पूछताछ होगी। इस मामले की जांच करने आई तमिलनाडु की टीम भी मनीष से पूछताछ करेगी। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस भी उसे रिमांड पर ले जा सकती है। वहां के अलग-अलग थानों में तमिलनाडु में उपद्रव फैलाने के मामले को लेकर करीब एक दर्जन एफआईआर दर्ज हैं। बिहार में इस मामले की जांच कर रही ईओयू ने अब तक तीन एफआईआर दर्ज की है, जिसमें पांच अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अभी इस मामले में आगे की जांच जारी है। यह जानकारी एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने दी।
इससे पहले रविवार को कोर्ट के आदेश के बाद मनीष कश्यप को 22 मार्च तक के लिए बेऊर जेल भेज दिया गया है। वहीं दूसरी ओर मनीष कश्यप के बेतिया शहर की न्यू कॉलोनी स्थित आवास पर रविवार दोपहर नगर थाने की पुलिस पहुंची। जब पुलिस की टीम उसके आवास पर पहुंची तो वहां सिर्फ घर की महिलाएं थीं। चार सदस्यीय टीम में दो पुरुष व दो महिला पुलिस अधिकारी थे। पूछताछ करने के बाद टीम वापस लौट गई। इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि मनीष कश्यप के खिलाफ दर्ज केस के ताजा प्रकरण मामले में पुलिस उसके घर पर पूछताछ व जांच करने गई थी। हालांकि वहां से कुछ नहीं मिला है।
बता दें कि शनिवार को मनीष कश्यप के पैतृक घर मझौलिया थाना क्षेत्र के महानवा में कुर्की की कार्रवाई की थी। इसके दो घंटे बाद ही उसने जगदीशपुर ओपी में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम उसे से लेकर पटना चली गई। मनीष कश्यप पर आरोप है कि उसने तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हिंसा के फर्जी वीडियो अपने यूट्यूब चौनल पर प्रसारित किए थे। उसके खिलाफ तमिलनाडु में भी मामले दर्ज हैं।