Home न्यूज ब्रह्माकुमारीज हिंदी बाजार व बेलबनवा सेवा केंद्र में 87 वां त्रिमूर्ति शिवजयंती...

ब्रह्माकुमारीज हिंदी बाजार व बेलबनवा सेवा केंद्र में 87 वां त्रिमूर्ति शिवजयंती समारोह संपन्न

मोतिहारी। अशोक वर्मा
नगर के बेलबनवा डॉ अतुल कुमार रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज उप सेवा केंद्र द्वारा आयोजित 87 वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती समारोह का उद्घाटन राजयोगिनी बीके मीना दीदी, डॉ अतुल कुमार, अधिवक्ता अवधेश कुमार मिश्र बीके अशोक वर्मा, डा०आर एन सिंह, बीके नीतू बहन बीके विभा, बी रवि टुन्ना, भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष जागा राम शास्त्री ने दीप प्रज्वलित कर किया। सभी अतिथियों ने केक काटकर शिव जयंती पर एक दूसरे को केक खिलाया । उक्त मौके पर शिवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए राजयोगिनी बीके मीना दीदी ने कहा कि जब दुनिया घोर अंधेरे में चली जाती है ,चारों तरफ पापाचार अत्याचार और अनाचार बढ़ जाता है दुनिया विकारो के कैद मे चली जाती है , घर- घर में महाभारत होता है वही समय परमात्मा के अवतरित होने का होता है। सर्व शास्त्र शिरोमणि गीता ग्रंथ मे बताएं धर्म गलानी के समय परमपिता परमात्मा भारत की भूमि पर साधारण तन में अवतरित होते हैं। वे दुनिया को अंधकार से उजाले की ओर ले जाते है। मूल्य विहीन आत्माओं में मूल्यों को पुनर्स्थापित करते हैं ।

यह प्रक्रिया हरेक 5 हजार वर्ष के अंतराल पर होती है। उन्होंने तीन पत्तों वाले बेलपत्र , अकवन का फूल एवं विष वाला धतूरा चढ़ाने के पीछे के रहस्य पर कहा कि दरअसल मनुष्य अपने अंदर के विकार रूपि विष को प्रतीकात्मक उस फूल के रूप मे चढा कर विष मुक्त होते है। तीन पत्ती वाला बेलपत्र ब्रह्मा ,विष्णु और महेश का प्रतीक होता है।
संचालन के दौरान बीके अशोक वर्मा ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था की स्थापना स्वयं परमपिता परमात्मा ने की है ।यह कोई कॉमन संस्था नहीं है,परमात्मा निर्धारित समय पर धरा पर अवतरित होकर आत्माओं में शक्ति भरते हैं।वे तीन रूपों में सेवा करते हैं, पिता बन पालना करते हैं, शिक्षक बन पढ़ाते हैं तथा सतगुरु बन मुक्ति और जीवन मुक्ति में ले जाते हैं। ईश्वरीय पढ़ाई एवं राजयोग का अभ्यास करा कर वे आत्माओं को सतयुगी दुनिया में पार्ट बजाने के लिए भेजते है।

चुकि परमपिता परमात्मा अजन्मा, अशरीरी एवं अभोक्ता है इसलिए वे गर्भ से जन्म नहीं लेते बल्कि साधारन तन मे अवतरित होते हैं। चुकि भारत की भूमि अविनाशी खंड है इसलिए वे तय भारत की भूमि पर हींअवतरित होकर नई स्वर्णिम दुनिया का निर्माण करते हैं ।उनके इस महान कार्य की ऋणी आत्माएं द्वापर से शिवलिंग पर जल् दूध आदि चढ़ाकर ऋण मुक्त होने का प्रयास करती हैं ।यह प्रक्रिया हर पांच हजार वर्ष पर होती है ।वर्तमान समय परमात्मा 87 वर्षों से नई दुनिया का निर्माण कार्य कर रहे है जो अब समापन की ओर है। बहुत जल्द भारत पुनः सोने की चिड़िया वाला यानी सतयुग होने जा रहा है। भारत एक बार फिर विश्व गुरु बनेगा। हिंदी बाजार सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा बहन ने आगत अतिथियों का स्वागत किया तथा मोतिहारी में दोनों सेवा केंद्रो द्वारा किए जा रहे ईश्वरीय कार्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। वरिष्ठ अधिवक्ता बीके शिवपूजन भाई ने संस्था द्वारा संचालित 20 प्रभागो पर विस्तार से कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायधीश एवं उच्च न्यायालय के भी कई न्यायाधीश संस्था से जुड़े हुए हैं। देश की राष्ट्रपति महामहिम द्रोपदि मुर्मू स्वयं ब्रह्मा कुमारी है।कहा कि अभी का समय बहुत ही महत्वपूर्ण है, कोई भी इस संस्था से जुड़कर अपने भाग्य को बना सकता है। डॉ आर एन सिंह आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के रीडर ने कहा कि मैं संस्था से काफी दिनों से जुड़ा हुआ हूं और विभिन्न कार्यक्रमो में हमेशा आता रहता हूं।

संस्था द्वारा मूल्यों के पुनर्निर्माण का जो कार्य किया जा रहा है वह अति सराहनीय है , समाज हमेशा इस संस्था का ऋणी रहेगा। भाजपा महिला सेल की जिला अध्यक्ष वीणा मिश्रा ने कहा कि विश्व में एकमात्र यही संस्था है जिसका नेतृत्व नारी शक्ति के हाथों में है।उज्जवल भारत टीवी चैनल के संपादक बी रवि टूनना चार बार के माउंट आबू यात्रा अनुभव को विस्तार से रखा ।कार्यक्रम में बीके पूजा बहन, बीके विनीता ने भारत की महिमा पर बड़ा ही सुंदर मनमोहक गीत प्रस्तुत किया ।संबोधित करने वालों में डॉआर एन सिंह, अवधेश कुमार मिश्रा आदि थे ।सभी लोगों ने संस्था के कार्यों की प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में शिव ध्वजारोहण किया गया तथा झंडा के नीचे उपस्थित लोगों से अपने अंदर के व्यसन तथा तमाम बुराइयों को छोड़ने का संकल्प कराया गया ।अंत में मीना दीदी ने सभी अतिथि गणों को ईश्वरीय सौगात दिया।

Previous articleबिजली बिल वसुली करने गए विभाग के कर्मियों के साथ मारपीट, जेई ने दर्ज कराई प्राथमिकी
Next articleस्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में बच्चों ने संगीत व खेलकूद प्रतियोगिता में दिखाई प्रतिभा