मोतिहारी। अशोक वर्मा
कॉमरेड गंभीरा प्रसाद के 47वें शहादत दिवस पर संकल्प सभा का आयोजन किया गया। संकल्प सभा में वक्ताओं ने भाजपा की लूट- झूठ और नफरत की राजनीति के खिलाफ संविधान आजादी और लोकतंत्र बचाने के लिए गांव-गांव में संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया।
छौड़ादानो- अंचल अंतर्गत महुआवा गांव समीप गंभीरा चौक पर, भाकपा माले के कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने एकजुट होकर भारी उत्साह एवं आन- बान -शान के साथ गंभीरा प्रसाद का 47वा शहादत दिवस मनाया! प्रतिमा समक्ष सर्वप्रथम नंदलाल प्रसाद लाल झंडा फहराया! शहीद गंभीरा जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने वालों में भाकपा माले जिला सचिव प्रभुदेव यादव जिला कमेटी सदस्य रूपलाल शर्मा ,उपेंद्र सहनी , जीत लाल सहनी और मोहन राम, दिनेश्वर सिंह, मनोज मिश्रा, मोहम्मद इशराफिल, छबि लाल पासवान, अतिउल्लाह मियां, मुनीराम ,अमानेतुल्लाह अंसारी, मनोज कुमार सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल थे!
संकल्प सभा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव प्रभु देव यादव ने कहा- वर्ष 1977 में गंभीरा प्रसाद आपातकाल और पुलिस दमन का मुकाबला करते हुए गरीब जनता के लिए शहीद हुए थे! उन्होंने आजादी लोकतंत्र के लिए भाकपा माले के नेतृत्व में संघर्ष शुरू किया था वह लड़ाई आज भी जारी है! वे बदलाव की लड़ाई के शक्तिशाली क्रांतिकारी योद्धा थे! जन संघर्षों के दौरान हमेशा याद किए जाएंगे।
भारत देश में अघोषित आपातकाल बनाम आफतकाल का दौर है। जनता बेरोजगारी एवं महंगाई से मुक्ति चाहती है! केंद्र की भाजपा सरकार हिंदू -मुस्लिम के बीच दंगे भड़काकर एक दूसरे के खिलाफ नफरत का काम कर रही है! जनता की रोजी -रोटी, वास -आवास व हक अधिकार की मांग को पुलिस प्रशासन के जरिए कुचलना चाहती है! दलितोंश् -गरीबों महिलाओं एवं अल्पसंख्यको पर जुल्म -अत्याचार की घटनाएं बढ़ी है! जिससे से मुक्ति के लिए और ज्यादा संगठित होकर संघर्ष करने की जरूरत है! देश के संविधान जनता की आजादी और लोकतंत्र को बचाने के लिए वर्ष 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाना ही शहीद गंभीरा प्रसाद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।