– डीएम व एसपी ने अधिकारियों संग की बैठक, दिए कई निर्देश
मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात की संयुक्त अध्यक्षता में पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन सभागार में मादक पदार्थों की अवैध बिक्री और तस्करी, सड़क सुरक्षा, दीपावली और छठ पर्व को लेकर पटाखों की अवैध बिक्री, मद्य निषेध विभाग के कार्यों की वृहत समीक्षा की गई जिसमें जिलाधिकारी के द्वारा जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि पटाखों के अवैध निर्माण, भंडारण और बिक्री के विरुद्ध लगातार अभियान चलाकर जांच करें और गड़बड़ी मिलने पर कड़ी कार्रवाई करें। जिलाधिकारी ने कहा कि दीपावली और छठ के अवसर पर धड़ल्ले से पटाखों की बिक्री की जाती है। अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि बिना लाइसेंस के कोई भी व्यक्ति या दुकानदार पटाखों की भंडारण अथवा बिक्री नहीं करेगा। अगर कोई व्यक्ति पटाखों की भंडारण किया है तो इसकी सूचना स्थानीय थाना को उसे देनी होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्व के अवसर पर मिलावटी सामानों की बिक्री बढ़ जाती है। इसको रोकने के लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को मिठाई की शुद्धता की जांच करने एवं वहां से सैंपल कलेक्ट करने और फूड इंस्पेक्टर से उसकी जांच कराने तथा दोषी पाए गए व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज करते हुए दुकान को सील करा देने का निर्देश दिया गया। मादक पदार्थों के अवैध परिवहन एवं बिक्री की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने ड्रग इंस्पेक्टर को निदेश दिया कि बिना लाइसेंस के चल रही मेडिकल स्टोर्स को सीज करें। एक्सपायर दवाइयों की जांच के लिए अभियान चलाएं और प्रतिबंधित दवावों की सूची सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को उपलब्ध करा दें ताकि उनके स्तर से भी जांच की कार्रवाई हो। रक्सौल और ढाका की सीमावर्ती क्षेत्रों में सशस्त्र सीमा बल के साथ संयुक्त अभियान चलाई जाए और कहीं से भी सूचना मिलने पर एक घंटे के भीतर छापेमारी सुनिश्चित कराई जाए। समादेष्टा 20 बटालियन सशस्त्र सीमा बल सीतामढ़ी ने बताया कि इस वर्ष सीजर की 24 बड़ी कार्रवाई की गई है । वही समदेष्टा एसएसबी रक्सौल के द्वारा बताया गया कि गांजा और नारकोटिक्स के 10 बड़े मामलों में जब्ती की गई है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रक्सौल सीमा क्षेत्र में नेपाल की तरफ से आने वाली नगदी की जांच करें और संदेहास्पद स्थिति में राशि सीज कर थाना पर जमा करायें तथा आयकर विभाग को सूचना दें दे।पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशा करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाएं। इसके लिए शहर के चिन्हित जगहों, रेलवे ट्रैक, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, होटल सहित ढाबा आदि जगहों की जांच कर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि नशेड़ियों को पकड़ कर सदर अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र में डाल दें। कस्टम विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रक्सौल इंटरनेशनल बॉर्डर पर कस्टम विभाग का कोई व्यक्ति सादे लिबास में नहीं रहेगा बल्कि अपनी ड्रेस में रहेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि कस्टम का कोई भी व्यक्ति वहां सादे लिवास में पाया जाएगा तो उसे गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी के द्वारा ओवर स्पीड वाले स्थानों को थाना के माध्यम से चिन्हित करने तथा चिन्हित स्थानों पर आरसीडी और आरडब्लूडी के माध्यम से जरूरी कार्य कराने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी को दिया गया। जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि अप्रैल 2022 से सितंबर 2024 तक कुल सड़क दुर्घटना में मृत्यु के कुल 576 मामले हुए हैं, जिसमें थाना के माध्यम से 340 में प्रतिवेदन प्राप्त है। अभी 236 मामलों में प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को संबंधित थाना प्रभारी से मांग की गई है। पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस पर सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को जरूरी निर्देश दिया गया। जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि चालान अब मशीन के द्वारा ऑनलाइन काटा जा रहा है और सभी जगह मशीन उपलब्ध कराया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने का निर्देश दिया गया। ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं को मरम्मत्ती की जरूरत वाले पथों को चिन्हित कर ठीक करा देने का निर्देश दिया गया। इस संबंध में रक्सौल और सिकरहना अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा खराब पथों की जानकारी दी गई। बैठक से अनुपस्थित आरडब्लूडी मोतिहारी डिवीजन के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता और कनीय अभियंता का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नाबालिक और बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाले ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई करें। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी से कहा कि इस संबंध में ट्रांसपोर्टों के संघ के साथ बैठक कर लें। जिलाधिकारी ने कहा कि बिना हेमलेट के लोग बाइक नहीं चलाएं और इसके विरुद्ध नियमित जांच करने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी को दिया गया।
बैठक में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ अनुमंडल पदाधिकारी सदर, रक्सौल, सिकरहना, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी, कस्टम, एक्साइज, एसएसबी के पदाधिकारी उपस्थित थे। जबकि अन्य अनुमंडल पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।