मोतिहारी। अशोक वर्मा
पोषण और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सदर प्रखण्ड मोतिहारी के 20 गाँवों में सहजन अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान का नेतृत्व चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राइ) के सौजन्य से कार्ड्स द्वारा किया जा रहा हैं, जिसके तहत परिवारों को अपने बागानों में सहजन के पेड़ उगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
अभियान के तहत लगभग 30 परिवारों को सहजन के पौधे दिए गए हैं, जिन्हें वे अपने घर के आस पास के बगीचों में लगा सकते हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य सहजन की फलियों और पत्तियों के पोषण संबंधी लाभों को बढ़ावा देना है, जो कैल्शियम, आयरन और फॉस्फोरस जैसे आवश्यक खनिजों से भरपूर होते हैं। ये पोषक तत्व बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं और बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षणों को कम करते हैं।
सितंबर में पोषण माह मनाया जाता है, जिसके तहत् इस अभियान की शुरुआत की गई। इसका मुख्य उद्देश्य परिवारों को उनके दैनिक आहार में पोषक सब्जियाँ उगाने और शामिल करने के लिए सक्षम बनाना है। साथ ही विशेष ध्यान किशोरियों पर है, जो अक्सर इस क्षेत्र में एनीमिया से पीड़ित होती हैं।
उम्मीद की जा रही है कि समुदाय अपने बगीचों में सहजन उगाकर और उसका सेवन करके अपनी पोषण संबंधी कमी को पूरा कर सकेंगी। कार्ड्स के सचिव शशिभूषण प्रसाद ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परिवारों के पोषण के स्तर को सुधारना है और उन्हें सहजन की फलियों और पत्तियों को अपने भोजन में शामिल करने के लिए प्रेरित करना है। इसके अलावा, इस अभियान का उद्देश्य टिकाऊ बागवानी की आदत को विकसित करना है, ताकि बाहरी खाद्य स्रोतों पर निर्भरता कम हो सके और परिवार अधिक आत्मनिर्भर बन सकें।
क्राइ के एसोसिएट जनरल मैनेजर सुषांतो चक्रवर्ती ने कहा, “हम समुदाय में लोगों को उनके अपने बागानों में उगाई जाने वाली सब्जियों के पोषण संबंधी लाभों के बारे में जागरूक करना चाहते हैं। सहजन अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे उम्मीद है कि और अधिक परिवार अपने घर के बगीचों में सहजन उगाने के लिए प्रेरित होंगे।”
यह पहल सितंबर 2025 तक चलेगी, जिसमें आयोजक उम्मीद कर रहे हैं कि इस क्षेत्र में टिकाऊ बागवानी प्रथाओं को अपनाने के साथ-साथ बच्चे ,किशोरियो एवं धात्री – गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य परिणामों में भी सुधार होगा स