Home न्यूज केसरियाः निगरानी ने आंगन बाड़ी के एलएस को घूस लेते रंगे हाथ...

केसरियाः निगरानी ने आंगन बाड़ी के एलएस को घूस लेते रंगे हाथ दबोचा, सबूत मिटाने को वसूली लिस्ट की कॉपी निगली

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
केसरिया में शुक्रवार को निगरानी की टीम ने चार हजार रुपए के साथ पर्यवेक्षिका को धर दबोचा। आईसीडीएस के केसरिया में पदस्थापित महिला पर्यवेक्षिका अम्बालिका कुमारी को कार्यालय से रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार किया है। पर्यवेक्षिका के पास से कुछ आवश्यक कागजात व हर आंगनबाड़ी सेंटर से वसूली जाने वाली कमीशन की जानकारी से संबंधित कागजात बरामद हुआ है। हांलांकि कार्रवाई के क्रम में आरोपी एलएस ने नवंबर माह के प्रत्येक सेंटर से वसूली की जाने वाली लिस्ट को निगल गई, गिरफ्तारी के बाद टीम ने आरोपी से आवश्यक पूछताछ की। इसके बाद सीएचसी में मेडिकल जांच करा कर निगरानी टीम ने अपने साथ ले गई। शुक्रवार को हुई विजलेंस की इस कार्रवाई से प्रखंड कार्यालय में हड़कंप मच गया। आरोपी महिला पर्यवेक्षिका को रिश्वत के 4000 रूपया के साथ पकड़ा गया। मामले के परिवादी बनकट के जनार्दन प्रसाद कुशवाहा ने निगरानी थाना में 2 दिसम्बर को आवेदन दिया था। जनार्दन प्रसाद कुशवाहा की पत्नी रीता कुमारी केंद्र संख्या 141 की सेविका है। जिनसे पोषाहार के 13500 रुपये के वाउचर पास कराने के एवज में 4000 रुपया रिश्वत की मांग की गई। निगरानी के डीएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि आवेदन के आधार पर मामले की जांच की गई। जिसमें मामला सही पाया गया। शुक्रवार को ट्रैप की कार्रवाई की गई। जहां पीड़ित सूचक से आरोपी एलएस अपने कार्यालय में 4000 रुपया ले रही थी,जो रूपए निगरानी के द्वारा दी गई थी। जिसे रंगेहाथ पकड़ा गया। गिरफ्तार एलएस के पास से बरामद कागजात की जांच की जा रही है। रिश्वत के इस खेल में कौन कौन शामिल हैं यह अनुसंधान में साक्ष्य के आधार पर पता चलेगा, वहीं लोगों का कहना है कि इस विभाग में रिश्वत खोरी चरम सीमा पर है। निगरानी टीम में इंस्पेक्टर अनुप्रिया, एएसआई वेरिफायर मणिकांत कुमार सिंह, एएसआई कुमार रितेश, महिला सिपाही राजनंदनी, सविता कुमारी, पीटीसी रंधीर कुमार सिंह शामिल थे।

Previous articleमोतिहारी में धावा दल ने चार दुकानों से कराया बाल मजदूरों को मुक्त, होगी प्राथमिकी
Next articleमोतिहारी में इलाज ही ‘मौत’ का कारण? बिग फोर्ट अस्पताल में मरीज की मौत का मामला गरमाया, पुलिस जांच पर टिकी उम्मीदें