मोतिहारी। एसके पांडेय
पताही प्रखंड के बोकाने कला गांव में ब्रजबिहारी लाल प्लस टू स्कूल के हेडमास्टर त्रिभुवन साह को निगरानी विभाग ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा है। हेडमास्टर त्रिभुवन साह पर आरोप है कि विद्यालय के रिटायर्ड हेडमास्टर मो. शफीउल्लाह को नो ड्यूज देने के लिए 25 हजार रुपये की मांग की। इस संबंध में मो. शफीउल्लाह ने निगरानी विभाग कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी। शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने विद्यालय में ही 15 हजार रुपये घूस लेते हुए प्रधानाध्यापक त्रिभुवन साह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद निगरानी विभाग उस हेडमास्टर को अपने साथ पटना लेकर गई है।
जिले के फेनहारा प्रखंड के पोखरिया टोला निवासी मो. शफीउल्लाह एक साल पहले ब्रजबिहारी लाल प्लस टू विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद से रिटायर हुए थे। इनके रिटायरमेंट के बाद त्रिभुवन साह इस विद्यालय के प्रधानाध्यपक बन गए। करीब एक साल के बाद मो. शफीउल्लाह विद्यालय जाकर अपना नो ड्यूज सर्टिफिकेट लेने पहुंचे। उसी दौरान त्रिभुवन साह ने उन्हें नो ड्यूज नहीं दिया। प्राचार्य त्रिभुवन शाह ने नो ड्यूज देने के एवज में 25 हजार की मांग की। उसके बाद मो. शफीउल्लाह ने उससे काफी मिन्नत की तब जाकर मामला 15 हजार रुपये में फिक्स हुआ।
क्योंकि उन्हें अपने बंद पड़े पेंशन को खुलवाना था। जब सारी बातें फिक्स हो गई उसके बाद इस बात की शिकायत रिटायर्ड मास्टर मो. शफीउल्लाह ने निगरानी विभाग से कर दी। पूर्व प्राचार्य मो. शफीउल्लाह की शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने मामले का सत्यापन किया। उसके बाद आज मंगलवार को मो. शफीउल्लाह खुद रिश्वत के रुप में 15 हजार रुपये लेकर विद्यालय पहुंचे। जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक त्रिभुवन साह रिश्वत के 15 हजार रुपये अपने हाथों में ले रहे थे। उसी समय निगरानी विभाग की टीम वहां पहुंची और रिश्वत लेते त्रिभुवन साह को गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ लेकर चली गई।