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जिलाधिकारी ने की कृषि टास्क फोर्स की बैठक, 6 खाद-बीज दुकानों का लाइसेंस रद, 25 के निलंबित

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में कृषि टास्क फोर्स की बैठक की गई । बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत ई-केवाईसी एवं एनपीसीआई तथा नये आवेदनों का सत्यापन जनवरी के अंतिम सप्ताह तक पूर्ण कर लिया जाय। साथ ही उर्वरक प्रतिष्ठानों का औचन निरीक्षक करना सुनिश्चित किया जाय ताकि सरकार के निर्धारित दर पर उर्वरक किसानों को सुगमतापूर्वक प्राप्त हो सके। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है। जिले में यूरिया 17698.058एम0टी0, डी0ए0पी0 2715.5 एम0टी0, एम0ओ0पी0 3968.375 एमटी, एनपीके 2954.4 एमटी एवं एसएसपी 5630.73 एमटी उपलब्ध है। जिले में रबी मौसम में अब तक 149 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई जिसमें 32 प्रतिष्ठानों पर अनियमितता पाई गई। अनियमित प्रतिष्ठानों में 6 अनुज्ञप्ति को रद्द तथा 25 अनुज्ञप्ति को निलंबित एवं 1 प्रतिष्ठान पर स्पष्टीकरण किया गया है। कहा कि रबी मौसम में जिले को 22688 क्वीं गेहूं प्राप्त हुआ था जिसका शत्-प्रतिशत वितरण पूर्ण कर लिया गया है।

बैठक में उपस्थित सहायक निदेशक पौधा संरक्षण पूर्वी चंपारण मोतिहारी के द्वारा बताया गया कि प्रत्येक प्रखंड के तीन पंचायत में समेकित कीट प्रबंधन आधारित पौध संरक्षण पाठशाला का संचालन किया जा रहा है इस तरह से जिला में कुल 81 पाठशाला का संचालन किया जा रहा है लाइट ट्रैप सोलर बैटरी युक्त किराए पर सरकार द्वारा दी जा रही अनुदान के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके वास्तविक मूल्य का 75% या अधिकतम 864 प्रति यूनिट की दर से अनुदान किसान भाइयों को देने का प्रावधान है इसके लिए आवेदनशीलित किया जा रहा है इसका भौतिक लक्ष्य 100 निश्चित है किसानों को आम लीची अमरुद जैसे उद्यानिक फसलों के वृक्षों पर कीट व्याधि के प्रबंधन हेतु सुरक्षित एवं समय कितना की सुविधा चयनित सेवा प्रदाता के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है इसमें निर्धारित छिड़काव शुल्क का 25 प्रतिशत राशि कृषकों के द्वारा बहन किया जाता है इस योजना अंतर्गत 25000 आम के पेड़ 25100 लीची के पेड़ एवं 1700 अमरूद के पेड़ का भौतिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है मानव रहित हवाई वाहन रन द्वारा फसलों पर कीटनाशी या तरल उर्वरक्षिका योजना अंतर्गत कुल 2700 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित है। ए सूचना अंतर्गत कल छिड़काव लागत₹480 प्रति एकड़ का 50% राशि छिड़काव उपरांत कृषकों को अनुदान के रूप में अंतरित की जाती है इसके लिए भी आवेदन का सृजन किया जा रहा है।
गन्ना विकास पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री गन्ना विकास योजना वर्ष 2024-25 अंतर्गत विभागीय पोर्टल ccs.bihar.gov.in के माध्यम से Online आवेदन गन्ना बीज अनुदान / गन्ना यांत्रिकरण / गुड़ प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है एवं गन्ना फसल के बोरर कीट एवं अन्य कीटों तथा बिमारियों से बचाव हेतु कीटनाशक / फफूंदनाशक रसायन के प्रयोग पर उनके मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 2500 रूपये/हे० की दर से सुगौली चीनी मिल क्षेत्र अंतर्गत चयनित 264 किसानों के बीच 158 हे0 का अनुदान वितरण किया गया है एवं 40 कृषकों का एकदिवसीय 20 कृषक प्रशिक्षण कराया गया है। अन्य गुड़ प्रोत्साहन योजना अंतर्गत पूर्वी चम्पारण जिला के 04 किसानों का विभाग द्वारा रेंडमाईजेशन के माध्यम से चयन किया गया है। एच०पी०सी०एल० बॉयोफ्यूल्स लिमिटेड, सुगौली का पेराई सत्र चालु है जिसमें गन्ना आपूर्ति करनेवाले किसानों का लगभग 78 प्रतिशत मूल्य का भुगतान किया चुका है।
डीपीएम जीविका के द्वारा खाद के allotment में जीविका के Samposhit Krishi JEEViKA Agri Producer Company Limited को वरियता देने की बात कही गई ताकी सभी सम्बंधित AE के माध्यम से जीविका दीदी को लाभ दिया जा सके। उन्होंने बताया कि 19 AE का खाद और बीज का लाइसेंस जिला कृषि पदाधिकारी के स्तर पर लंबित है।सतत जुकोपार्जन योजना अंतर्गत दिए गए लाभ के बारे में पूछने पर डीपीएम जीविका ने बताया कि मद्य निषेध विभाग के माध्यम से 7th सूचि में कुल 141 लोगो का विवरण प्राप्त हुआ था जिसमे से 21 लोगो को जीविकोपार्जन योजना के तहत लाभ दिया जा चुका है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि पशुपालन कार्यों में लगे पशुपालकों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण प्रदान करने के लिए केसीसी अभियान पुणे प्रारंभ की गई है जिसके अंतर्गत जिला के सभी प्रखंडों से कल 247 आवेदन अग्रणी बैंक प्रबंधक कार्यालय को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि पशुओं की चिकित्सा के लिए चलंत पत्र चिकित्सा शिविर का नियमित रूप से आयोजन किया जा रहा है अप्रैल 2024 से दिसंबर 2024 तक इस प्रकार के कुल 305 शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें 3351 पशुपालकों को 16301पशुओं के लिए निशुल्क दवा का वितरण करते हुए चिकित्सकीय परामर्श दिया गया है। पशु नस्ल सुधार के लिए डेयरी विकास कार्यक्रम अंतर्गत सभी पंचायत में कृत्रिम गर्भाधान कार्य मैत्री के माध्यम से कराया जा रहा है दसवीं उत्तीर्ण स्थानीय बेरोजगार युवा को स्वरोजगार के लिए मैत्री के रूप में चयन किया जा रहा है वर्तमान में 37 मैत्री के द्वारा चयनित पंचायत में कृत्रिम गर्भाधान का कार्य कराया जा रहा है।

 

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