पटना। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मिलिट्री इंटेलिजेंस लखनऊ की गुप्त सूचना के आधार पर बिहार पुलिस ने पटना जिले के फतुहा में एक प्रीमियम फैशन कंपनी पर छापा मारकर देश की सुरक्षा से जुड़े गंभीर मुद्दों का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में फर्जी दस्तावेज बनाने और नेपाली नागरिकों के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस को छापेमारी के दौरान नेपाली नागरिकों और बच्चों के पास भारत के फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस मिले। इन दस्तावेजों के सहारे इन लोगों को देश में रहने और विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देने में मदद मिल रही थी। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने शक जताया है कि यह नेटवर्क संभवतः जासूसी से जुड़ा हो सकता है। जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि इस नेटवर्क में नेपाल आर्मी और नेपाल पुलिस से सेवानिवृत्त लोग शामिल हो सकते हैं। नेपाल से बच्चों को बिहार लाकर बिजनेस के नाम पर ठगी की जा रही थी। फतुहा स्थित प्रीमियम फैशन कंपनी में पिछले तीन महीनों से 250 से अधिक नेपाली बच्चों को बिना डिग्री वाले शिक्षक पढ़ा और प्रशिक्षित कर रहे थे।
इस पूरे नेटवर्क का संचालन गंगेश्वर सिंह नामक व्यक्ति कर रहा था, जो फिलहाल फरार है। पुलिस ने शिक्षकों और बच्चों से पूछताछ शुरू कर दी है। संचालक पर न केवल फर्जीवाड़े बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा से खिलवाड़ करने के भी आरोप हैं। फर्जी दस्तावेजों और फर्जी पते के सहारे यह नेटवर्क किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। इस मामले ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।
बिहार पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त टीम अब इस नेटवर्क के अन्य पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है। जांच अधिकारियों का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े और भी कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। यह मामला न केवल फर्जीवाड़े बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा करता है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे देश में घुसपैठ और जासूसी गतिविधियों को अंजाम देना आसान हो रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।