मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात ने एक थानेदार को निलंबित किया है, जो वादी होने के बावजूद ट्रायल में अभियुक्त को पहचानने से मना कर रहा था। एसपी ने बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान को निलंबित कर दिया है। कांड मात्र 1.5 साल पुराना है। ायालय से सरकारी वकील के रिपोर्ट पर जांच के बाद उक्त कार्रवाई की गई है।
NDPS केस के अभियुक्त को पहचानने से इनकार करने पर यह कार्रवाई की गई है। बंजरिया थाना के थानेदार इंद्रजीत पासवान को निलंबित किया गया है। यह मामला रामगढ़वा थाना के NDPS कांड 277/23 से संबंधित है। एसपी की इस कार्रवाई से वादी के साथ होस्टाइल होने वाले पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात द्वारा की गई यह अब तक की सबसे महत्वपूर्ण कार्रवाई है। बंजरिया थाना के थानेदार को एक मामले में होस्टाइल होने के कारण निलंबित किया गया है। एसपी ने जानकारी दी कि बंजरिया थाना अध्यक्ष पहले रामगढ़वा थाना कांड संख्या 227/23 के वादी थे। वादी होने के बावजूद, मात्र डेढ़ वर्ष के भीतर न्यायालय में ट्रायल के दौरान उन्होंने अभ्युक्त को पहचानने से मना कर दिया। न्यायालय के सरकारी वकील की रिपोर्ट के आधार पर DSP हेडक्वार्टर से जांच करवाई गई। जांच रिपोर्ट में गंभीर अनियमितताओं के चलते कार्रवाई की गई है। एसपी की इस कार्रवाई के बाद, मामले में मोटी रकम लेकर होस्टाइल करने वाले पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।