बेतिया डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जिलाधिकारी द्वारा ऋण स्वीकृति/वितरण कार्यक्रम के तहत आज पीएमईजीपी योजना अंतर्गत 65 लाभुकों के बीच लगभग 5.43 करोड़ रुपये तथा पीएमएफई योजना अंतर्गत 14 लाभुकों के बीच 1.73 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान किया गया। उद्योग विभाग द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से “इज ऑफ डूइंग बिजनेस एन्ड सिंगल विंडों सिस्टम“ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में किया गया। इसके साथ ही उद्योग विभाग एवं बैंकों के द्वारा ऋण स्वीकृति/वितरण कार्यक्रम का भी आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यशाला तथा मेगा क्रेडिट कैम्प का शुभारंभ जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उद्यमी उपस्थित रहे तथा लाभान्वित हुए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस एन्ड सिंगल विंडों सिस्टम पर एक दिवसीय कार्यशाला अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। कार्यशाला में पटना से आये हुए एक्सपर्ट आपको प्रत्येक स्टेप्स की जानकारी से अवगत करायेंगे। इसे अच्छे तरीके से समझे और आगे बढ़ें। जिलाधिकारी द्वारा कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की गई तथा उपस्थित उद्यमियों को इस कार्यशाला से लाभ लेकर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर जिले का नाम रौशन करने की बात कही गयी।
उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिला को प्रोडक्शन हब बनाना है। बेतिया जिला सिर्फ मार्केट नहीं बनें बल्कि यह जिला जो प्रोड्यूज करें उसे देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशों के लोग भी यूज करें। इस दिशा में जिला तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। सभी के प्रयास से प्रोडक्शन हब बनाने का सपना साकार हो रहा है। यहां के प्रोडक्ट्स देश-विदेशों में बिक्री हो रहे हैं तथा उद्यमियों को लगातार ऑर्डर भी मिल रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न उद्यमों के क्षेत्र में जिले को आत्मनिर्भर बनाना है। बिजनेस की ऑपरच्यूनिटी को समझें और आगे बढ़े, जिला प्रशासन हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया काफी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। नये टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन को अपनाकर बदलते दुनिया के साथ कदमताल करना होगा। नये आईडिया के साथ युवा आगे आयें, हिम्मत करें और जिले को आत्मनिर्भर बनाएं।
उन्होंने कहा कि जिले में स्टार्टअप शुरू करने के लिए बेहतरीन ईको सिस्टम तैयार किया गया है, जिसका फायदा सैकड़ो लोगों को हुआ है। वर्ल्ड लेवल के अनुरूप प्रोडक्ट्स को तैयार करें और जिले का नाम रौशन करें। आने वाली पीढ़ियों को बेहतर भविष्य देने के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है।
उद्योग विभाग, पटना से आए सीनियर कंसल्टेंट, श्री रजनीश कुमार पांडेय एवं श्री संजीव सुमन द्वारा इज ऑफ डूइंट बिजनेस, इज ऑफ लिविंग पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। सिंगल विडों क्लियरेंस पोर्टल के संचालन से संबंधित डेमो भी दिया गया। इनके द्वारा सिंगल विंडों फीचर एंड प्रोविजन पर विस्तृत जानकारी दी गयी। सारे प्रोसेस/स्टेप्स यथा-प्रोजेक्ट रिपोर्ट, लॉगिन, डैशबोर्ड, प्रोफाइल, पासवर्ड, एकाउट अस, ग्रिवांस, सर्विस एंड स्कीम, इंवेस्टर्स जोन, गाइडलाइन्स, पॉलिसी/एक्ट, क्विक लिंक्स आदि से उद्यमियों को अवगत कराया गया।
इन्होंने बताया कि उद्योग मित्र के माध्यम से निवेशकों को सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही उद्योग विभाग के डेडिकेटेड टॉल फ्री नंबर-18003456214 तथा डेडिकेटेड ई-मेल आईडी sipb.care@bihar.gov.in संचालित किया जा रहा है। वेबसाइट https://swc2.bihar.gov.in पर लॉगिन कर सिंगल विंडों सिस्टम का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
कार्यशाला में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा बीआइपीपी, पीएमइजीपी, पीएमएफएमई सहित अन्य स्कीमों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। इसके साथ ही कार्यशाला में प्रश्नोत्तरी एवं उत्तर का सेशन भी रखा गया जिससे बहुत सारे लोग लाभान्वित हुए।
जिलाधिकारी द्वारा ऋण स्वीकृति/वितरण कार्यक्रम के तहत आज पीएमईजीपी योजना अंतर्गत 65 लाभुकों के बीच लगभग 5.43 करोड़ रुपये की स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। वहीं पीएमएफई योजना अंतर्गत 14 लाभुकों के बीच 1.73 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान किया गया।
इस अवसर पर वरीय उप समाहर्ता, श्री सुजीत बरनवाल, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, श्री अनिल कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।