Home न्यूज अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर जनसंवाद मंच ने किया सेमिनार, आमलोगों को चेताया

अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर जनसंवाद मंच ने किया सेमिनार, आमलोगों को चेताया

मोतिहारी। अशोक वर्मा
3 दिसंबर से सुगौली में शुभारंभ सप्ताहिक जागरूकता समारोह का समापन नगर के उर्दू लाइब्रेरी मे हुआ। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार के अवसर पर आयोजित जन संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वयोवृद्ध राजनीतिक कार्यकर्ता भैरव दयाल सिंह ने कहा कि देश के अंदर खुलेआम मानव अधिकार का आज हनन हो रहा है । देश मे संविधान है, कानून है ,सब कुछ होते हुए भी आज कानून देश के अंदर लागू नहीं है। जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। उन्होंने देशवासियों से आगाह किया कि समय रहते चेत जाए वरना भारी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है । मुख्य अतिथि रत्नेश्वरी शर्मा मुख्य आयुक्त भारत स्काउट गाइड ने कहा कि सिर्फ समस्याओं को रख देना बहादुरी नहीं है बल्कि समाधान पूरक बातें भी होनी चाहिए। आज मानव अधिकार का हनन किस परिस्थिति में हो रहा है उसके कारण को तलाशना पड़ेगा । वरिष्ठ पत्रकार अशोक वर्मा ने कहा है कि देश के अंदर आज कानून है संविधान है बच्चा जन्मते ही कानूनी अधिकार प्राप्त कर लेता है ,वारिस बन जाता है , देश का कानून उस पर लागू हो जाता है परंतु बड़े लुभावने कानून अखबार की सुर्खियों में दिखाई तो देता है लेकिन जमीन पर उतर नही पाता है।
वास्तविकता है कि चारों तरफ मानवाधिकार का हनन हो रहा है । श्री वर्मा ने कहा कि सबसे खतरनाक सपनों का मर जाना होता है और आज देश में बहुसंख्यक आबादी के सपने मार रहे हैं। प्रो जगदीश विद्रोही ने कहा कि बुलडोजर और काउंटर संस्कृति देश के लिए घातक साबित हो सकता है। अपराधी को वेशक सजा मिले लेकिन न्यायिक सिस्टम के आधार पर मिले।जेल के अंदर भी कोर्ट बैठ सकता है और न्यायालय मे स्पीडी ट्रायल से भी उसे सजा दी जा सकती है । सामाजिक शोध एवं विकास केंद्र के संस्थापक अमर ने कहा कि देश को सबसे अधिक खतरा सत्ताधारी पक्ष से है और वे लोग ही आज मानवाधिकार को तोड़ रहे हैं, संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। कार्यक्रम में अवकाश प्राप्त जिला शिक्षा पदाधिकारी शशिकला ने कहा कि बहुत से देशो मे नारी शिक्षा का भी आज रोका जा रहा है। भू्रण हत्या सबसे बडा मानवाधिकार का उल्लंघन है। राजनीति क्षेत्र को या शैक्षणिक क्षेत्र हो अब यह अमीरों का ही क्षेत्र रह गया है, असल समाजसेवी इस क्षेत्र में आने का अब हिम्मत भी नहीं रख पाएंगे। रक्सौल डंकन अस्पताल से पधारे दिग्गल साहब ने कहा कि मानव अधिकार का अनुपालन तब तक नहीं होगा जब तक की इसे लागू करने वालों के अंदर संवेदनशीलता नहीं होगी। डॉक्टर मोबिन हाशमी ने मानव अधिकार को नए सिरे से परिभाषित किया और कहा कि अगर पड़ोसी का घर कोई भूखा सोता है यह भी मानव अधिकार का उल्लंघन है अतः इस दिशा में भी लोगों को सोचना होगा। आपसी प्रेम और भाईचारा को बरकरार रखना होगा । सामाजिक चिंतक सुहेल साहब ने कहा कि आज नक्स्लाइट के नाम पर गरीबो और दलितो की हत्या कर वामपंथ आंदोलन को कमजोर किया गया जा रहा है । यह सही है कि वामपंथ के कमजोर होने से ही आज देश तानाशाही प्रवृत्ति की ओर बढ़ता जा रहा है । हिंदू-मुस्लिम को लड़ा कर सत्ताधारी पक्ष अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश तब टूटता है जब दिल टूटता है। विकलांग संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण प्रसाद ने कहा कि वर्तमान समय सरकार भले ही विकलांगों का नाम दिव्यांग रख दिया है लेकिन उनका शारीरिक शोषण भी हो रहा है और आज विकलांग मानसिक मानसिक विकलांग भी होते जा रहे हैं । बिहार में 1100 रुपया पेंशन देकर सरकार ने कोई बडा कार्य नहीं किया है कई राज्यों में 3000 से लेकर 5000 तक पेंशन राशि दी जा रही है। संबोधित करने वालों में ललन शुक्ला, शायर रफीक अहमद ,विनय कुशवाहा, भाग्य नारायण चौधरी, उमाशंकर प्रसाद के अलावा अन्य कई लोग थे। संपूर्ण कार्यक्रम का कुशल संचालन अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक डॉ मदन प्रसाद ने किया और धन्यवाद ज्ञापन आयोजक अजहर हुसैन अंसारी ने किया । उन्हांेने कहा कि सुगौली के प्रमोद स्टीफन राष्ट्रीय सम्मान से नवाजे गए हैं ,अभी लोगों के समक्ष अवसर है हर क्षेत्र में बढ़ने का मौका है । मानवाधिकार पर उन्होंने कहा कि सर्व विदित है कि देश में बड़े ही सुंदर कानून बने हैं लेकिन कानून का अनुपालन हो इसके लिए हमे दबाव बनाना चाहिए। कार्यक्रम मे सामाजिक क्षेत्र से काफी लोग आये थे।भारत स्काउट और गाइड के काफी छात्र छात्राए भी कार्यक्रम मे शामिल हुये।सभी अतिथियो का स्वागत आयोजक द्वारा माला पहनाकर किया गया। अध्यक्ष भैरो दयालसिंह सिह को शाल ओढाकर अजहर हुसैन अंसारी,रत्नेश्वरी शर्मा, अशोक वर्मा ने सम्मानित किया।

 

Previous articleआदि कवि महर्षि वाल्मीकि की तपोभूमि वाल्मीकि धाम स्थित बेलवा घाट परिसर में 149 वीं नारायणी गंडकी महाआरती
Next articleराजद को लगा एक और झटका, नीतीश कुमार को हराने वाले पूर्व सांसद ने दिया इस्तीफा