– रक्सौल से फरार हो मोतिहारी में कंपनी का नाम बदल शुरू किया शिकार फांसने का काम
मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने छतौनी थाना क्षेत्र के छोटबरियारपुर से 13 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी कंपनी का प्रचार कर युवकों को फंसाता और फिर उनसे मोटी रकम वसूलता था। पुलिस ने छापेमारी कर 90 से अधिक युवकों को मुक्त कराया, जिन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है।
गिरफ्तार ठगों का नेटवर्क बिहार, बंगाल, असम, झारखंड और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था। इनके पास से दर्जनभर मोबाइल फोन, डीबीआर, एमआर और ऑटमिक्स नामक कंपनियों का सामान और कच्चा बिल बरामद हुआ है। मास्टरमाइंड और गिरोह के सदस्य गिरोह का सरगना दीपक कुमार बताया गया है, जो पहले रक्सौल स्थित फर्जी कंपनी डीबीआर का मैनेजर था। रक्सौल में पुलिस कार्रवाई के दौरान वह फरार हो गया था। बाद में उसने कंपनी का नाम बदलकर ऑटोमिक्स रख दिया और बेरोजगार युवाओं से वसूली शुरू कर दी। गिरफ्तार बदमाशों में पताही महमदा का दिलीप महतो, पश्चिम बंगाल के उमर फारूख, सैलीम साकिल, दिलीप मारेडी, आसीकुल इस्लाम, अबु कलाम, वोहिदुजमान, असम के अब्बास अली, मो. खबीर, आमिनुल इस्लाम, यूपी के मो. सज्जाद, बिहार के मो. अशरफ (पूर्णिया) और साउद आलम (कटिहार) शामिल हैं। गिरोह बेरोजगार युवाओं को सोशल मीडिया पर नौकरी का झांसा देता था।
इसके बाद उनसे 17 से 25 हजार रुपये तक वसूले जाते थे। युवकों को कंपनी का प्रोडक्ट बेचने और अन्य लोगों को भर्ती करने का काम सौंपा जाता था। पुलिस जांच में अब तक 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी की बात सामने आई है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि छापेमारी में सदर डीएसपी दिलीप कुमार, साइबर थाना डीएसपी अभिनव पराशर, छतौनी थानाध्यक्ष सुनील कुमार सहित कई पुलिस अधिकारी शामिल थे। फिलहाल गिरोह के नेटवर्क की गहन जांच की जा रही है।