मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
समाहरणालय स्थित डॉ राधाकृष्णन सभागार में जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी के सहयोग से दुर्गा पूजा के त्यौहार को सौहार्द पूर्ण वातावरण में संपन्न कराया जाएगा। इस दौरान जिला प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता विधि व्यवस्था रहेगी। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुगम यातायात तथा सुदृढ़ विधि-व्यवस्था का संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारियों को इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहने का निर्देश दिया गया है।
बैठक के प्रारंभ में सर्वप्रथम जिलाधिकारी के द्वारा शांति समिति के सभी माननीय सदस्य गण का स्वागत किया गया एवं सभी सदस्य गण से बारी बारी से उनके क्षेत्र में दुर्गा पूजा की तैयारी की जानकारी प्राप्त की गई। सभी माननीय सदस्य गण के द्वारा बताया गया कि शांति समिति के सदस्य सक्रिय हैं और प्रशासन को हर संभव मदद करते हुए दशहरा के महा उत्सव को सफल बनाने में सहयोग करेंगे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष दुर्गा पूजा का त्यौहार 3.10.2024( गुरुवार) कलश स्थापना से प्रारंभ होकर सप्तमी दिनांक 10.10.2024, महा अष्टमी दिनांक 11.10.2024, महानवमी दिनांक 12.10.2024 एवं विजयदशमी दिनांक 13.10.20 24 को मनाये जाने की सूचना है। प्रशासनिक दृष्टिकोण से इस पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए काफी सतर्कता बरतने की जरूरत है। कभी-कभी अफवाहों के कारण गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है। डीएम ने कहा कि जिले में संवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया गया है और वहां की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। वहां के लिए दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की विशेष प्रतिनियुक्ति की गई है। जिलाधिकारी के द्वारा अनुमंडल बार निर्मित अस्थाई एवं स्थाई मूर्तियों की संख्या एवं विसर्जन की प्रस्तावित तिथि के बारे में शांति समिति के उपस्थित सदस्य गण को जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने कहा कि सदर मोतिहारी में 200 अस्थाई एवं 18 स्थाई मूर्तियां बिठाई गई हैं। इस तरह से चकिया में 180 अस्थाई तथा 15 स्थाई, पकड़ी दयाल में 135 अस्थाई तथा 07 स्थाई, सिकरहना में 99 अस्थाई तथा 07 स्थाई, रक्सौल अनुमंडल अंतर्गत 121 अस्थाई तथा 9 स्थाई एवं अरेराज अनुमंडल में 84 अस्थाई एवं 62 स्थाई मूर्तियां बैठाई जा रही हैं। इस प्रकार जिला में कुल 819 अस्थाई एवं 118 स्थाई मूर्तियों के बैठाने की सूचना प्राप्त है। जिलाधिकारी ने कहा कि दिनांक 13 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक विसर्जन करना निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित कर ली गई है और शांतिपूर्ण तथा सद्भाव के साथ इस पर्व को संपन्न कराने संबंधी सभी जरूरी निर्देश पूजा समितियां को दे दिए गए हैं। दिए गए निर्देश में मूर्ति स्थापना के लिए लाइसेंस लेना, लाउडस्पीकर एक्ट का अनुपालन सुनिश्चित करना, सभी पूजा पंडाल के लिए बिजली कनेक्शन एवं फायर सेफ्टी मेजर का उपयोग, बड़े पंडालो के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार, विवादित स्थल पर मूर्ति स्थापना नहीं हो यह सुनिश्चित करना, निर्धारित तिथि और निर्धारित मार्ग से ही विसर्जन हो इसे सुनिश्चित करना, विवादित मार्गाे से विसर्जन जुलूस नहीं निकले इसे सुनिश्चित करना, विसर्जन जुलूस में उत्तेजक नारे नहीं लगे, तथा डीजे को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। पूजा पंडाल के पास आतिशबाजी पर रोक लगा दी गई है। जिला स्तर पर एवं अनुमंडल स्तर पर 24 घंटे तीन पालीयों में कंट्रोल रूम बनाया गया है जो 10 अक्टूबर के पूर्वाह्न 6रू00 बजे से 14 अक्टूबर एवं विसर्जन की समाप्ति तक कार्यरत रहेगा। जिला के वरीय पदाधिकारियों को अनुमंडल स्तर पर पर्यवेक्षक के लिए अलग से प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को संवेदनशील पूजा पंडालो के पास ऊंचे स्थानों पर वॉच टावर बनाने, सीसीटीवी कैमरा की अधिष्ठापन, फोटो कैमरा एवं वीडियो ग्राफर एवं ड्रोन की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिन्हित स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।
सदर अनुमंडल मोतिहारी अंतर्गत कुल 222 स्थानो पर, सिकराहना अनुमंडल अंतर्गत 112 ,पकड़ीदयाल अनुमंडल अंतर्गत 91, अरेराज अनुमंडल अंतर्गत 95 , चकिया अनुमंडल अंतर्गत 163 तथा रक्सौल अनुमंडल अंतर्गत 131 चिन्हित स्थानों पर पुलिस बल की प्रतिनि युक्ति की गई है जो आसपास की गतिविधियों पर नजर रखते हुए और आसूचना तंत्र को मजबूत करेंगे और छोटी सी छोटी घटना की जिला कंट्रोल रूम को सूचना देंगे जिस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि डीजे को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। अस्त्र शस्त्र के प्रदर्शन पर भी रोक लगाई गई है। जिला स्तर से लेकर अनुमंडल स्तर पर क्विक रिस्पांस टीम गठित कर दी गई है जो सभी स्थितियों पर नजर रखेगी। जिला में 4000 से अधिक पुलिसकर्मियों की जिसमें बिहार मिलिट्री पुलिस और जिला पुलिस के जवान है की तैनाती की गई है। बाइक पेट्रोलिंग से भी लगातार गस्ती कराया जाएगा। महिला सुरक्षा बल की प्रतिनिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा सादे लिवास में भी पुलिस के जवान तैनात रहेंगे जो हर तरह की स्थिति पर नजर रखेंगे।उन्होंने कहा कि खतरनाक घाटों पर विसर्जन नहीं हो इसकी व्यवस्था शांति समिति एवं स्थानीय प्रशासन करेगी।
अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि अच्छे माहौल में दुर्गा पूजा को संपन्न कराया जाएगा। जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। शांति समिति के लोग तत्पर रहे यही अपेक्षा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने तथा असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक एवं दण्डात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
नगर आयुक्त नगर निगम मोतिहारी ने कहा कि पूजा पंडालो के आस पास साफ सफाई पर नगर निगम का पूरा ध्यान केंद्रित किया है। सुबह और शाम दो पालीयों में सफाई टीम भेज करके सफाई कराई जा रही है। स्वच्छता मानक पर जो पंडाल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे उनको ₹10000 की नगद पुरस्कार की राशि से सम्मानित भी किया जाएगा।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता पूर्वी चंपारण, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, ट्रैफिक डीएसपी,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सहित जिला के सभी अंचलों से आए शांति समिति के सदस्य गण उपस्थित थे।