मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मोतिहारी जिला पंचायत राज पदाधिकारी पूर्वी चंपारण एवं उनके कार्यालय कर्मियों द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ जिलाधिकारी पूर्वी चंपारण को दो आवेदन देकर कारवाई का अनुरोध किया। राजू बैठा मुखिया गोढवा सह प्रदेश सचिव मुखिया संघ बिहार राजू बैठा ने बताया कि मोतिहारी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के विरुद्ध मुख्यमंत्री को एक आवेदन दिया था उस आवेदन को मुख्यमंत्री सचिवालय ने पंचायती राज विभाग को हस्तांतरित कर दिया, विशेष कार्य पदाधिकारी के पत्रांक 14982दिनांक 14/11/2023 के तहत जांच का जिम्मा जिला पंचायत राज पदाधिकारी पूर्वी चंपारण को भेजा। डीपीआरओ ने 30/11/2023के तहत जांच कर प्रतिवेदन की मांग की। प्रखंड विकास पदाधिकारी मोतिहारी ने अपने पत्र संख्या 352 दिनांक 8/04/2024 के तहत 7पन्नों का जांच प्रतिवेदन जिसमें लगाए गए सभी आरोप सत्य पाते हुए कारवाई का अनुरोध किया। दूसरा मामला भी पंचायत से ही जुड़ा है। पंचायत में वर्ष 2005से 2020तक पदस्थापित पंचायत सचिव द्वारा पूर्ण प्रभार नही दिया गया और अधिकारी उन्हें एनओसी दे दिए। मामले को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी को 12/04/2022 को आवेदन देकर पूर्ण प्रभार नही देने वाले पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया जिसके आलोक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी के पत्रांक 2023 दिनांक 20/06/22 के तहत जांच का आदेश बीडीओ मोतिहारी को दिया गया। बीडीओ मोतिहारी ने 5सदस्यीय कमिटी बनाकर जांच कराई। जांच में ये बात सामने आई कि 5 पंचायत सचिव ने प्रभार आदान प्रदान नही किया है और सबसे ज्यादा प्रभार महेश राम एवं फैयाज अहमद खा के पास बकाया है, परन्तु दोनों कभो जांच में उपस्थित नहीं हुए। प्रखंड विकास पदाधिकारी मोतिहारी ने पत्रांक 312दिनांक 02/04/2024के तहत् 57पन्नों की रिपोर्ट जिला पंचायत राज पदाधिकारी पूर्वी चंपारण को भेजी, जिसमें 5 पंचायत सचिव के पास सारा संचिका बकाया है उसमें महेश राम, फैयाज अहमद खा, राजेंद्र चौधरी, श्यामा बैठा एवं आशुतोष कुमार शामिल हैं।
मामले को लेकर जिला पंचायत राज पदाधिकारी के स्तर से भी इन 5पंचायत सचिव से करीब 5बार स्पष्टीकरण मांगा गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला उसके बावजूद भी दोनों मामले में जिला पंचायत राज पदाधिकारी पूर्वी चंपारण और उनके कार्यालय कर्मी अपने विभाग के कर्मी और अधिकारी को बचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं और मामले में टाल मटोल कर रहे। जिस कारण जिला प्रशासन पर से जन प्रतिनिधि का विश्वास उठने लगा है जब जनप्रतिनिधि के मामले मे कई वर्ष लग जा रहे हैं तो आम जनता टू दौड़ती दौड़ते थक जाति होगी। इसलिए जिलाधिकारी से आग्रह है कि दोनों मामले में नियमानुसार कार्रवाई नहीं कर मामले में टाल मटोल करने वाले जिला पंचायत राज पदाधिकारी और उनके कर्मी पर कारवाई करते हुए दोनों मामले के दोषी अधिकारी कर्मचारी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए।