मोतिहारी। अशोक वर्मा
प्रकृति को साकाश देने तथा विश्व शांति के संकल्प के साथ नगर के लक्ष्मण चौक बीके पाठशाला में 4 घंटे का गहन योग भट्ठी का आयोजन किया गया। मोतिहारी सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा के नेतृत्व में आयोजित योग भट्टी में सभी आत्माओं के प्रति शुभ भावना एवं शुभकामना रखी गई। भट्ठी मे विश्व शांति के साथ-साथ प्रकृति को साकार दिया गया । उक्त अवसर पर मुरली वर्ग चली, भोग लगाया गया तथा कमेंट्री द्वारा पांच स्वरूप का अभ्यास कराया गया । प्रथम अनादी स्वरूप, दूसरा आदि देवी देवता स्वरूप, तीसरा पूज्य जड़ मूर्ति स्वरूप ,चौथा ब्राह्मण और पांचवा फरिश्ता स्वरूप का अभ्यास सभी भाई बहनों ने किया। उन्हें निर्देश दिया गया कि प्रतिदिन कम से कम आठ बार इसका अभ्यास करना है और यही अभ्यास अंतिम समय काम आएगा। उक्त अवसर पर सहायक प्रभारी बीके करुणा बहन ने कहा कि प्रकृति का मनुष्य ने बहुत दोहन शोषण किया है परिणाम आज प्रकृति नाराज है । कहीं अति वृष्टि है तो कहीं अनावृष्टि है ,महामारी फैल रही है, डॉक्टर बीमारी को पकड़ नहीं पा रहे हैं ।समय के पूर्व लोग काल कलवित हो रहे हैं,
अतः प्रकृति को आज साकास देने की जरूरत है ,उसे योग की शक्ति चाहिए ताकि उसकी नाराजगी कम हो ।संबोधन के दौरान बीके अशोक वर्मा ने कहा कि परिवर्तन की बेला में हमें अपने योग के स्वरूप को बदलना होगा ,इसे ज्वालामुखी स्वरूप देना होगा क्योंकि अब समय नहीं है अब पूर्णाहुति का समय आ चुका है। योग भट्टी में उपस्थित भाई बहनों का स्वागत आयोजन बीके बंशीधर भाई ने किया भट्टी में शामिल होने वालों में मुख्य रूप से बीके अनिता बहन ,बी के भागीरथी माता, बी के हरिशंकर भाई, बीके सारिका , बीके बीरेन्द्र, बीके राजीव,भ्राता झून्ना,बीके सुरेंद्र ,बीके आशा के अलावा काफी संख्या में भाई बहन थे। कार्यक्रम समापन के बाद बीके विभा ने घोषणा किया कि प्रतिदिन सुबह 7रू00 बजे यहां रेगुलर मुरली क्लास चलेगी तथा सप्ताह में एक दिन भोग लगाने के लिए सेवा केंद्र से एक बहन और एक भाई आएंगे।