मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
मोतिहारी कृषि कार्यालय में खाद के लाइसेंस व नवीकरण के लिए चल रहा 15 दिनी प्रशिक्षण अनियमितताओं के बीच चल रहा है। इसका समापन मंगलवार को होगा। बताया जाता है कि यह प्रशिक्षण आवासीय देना है और जितने भी प्रशिक्षु हैं उनके आवासन से लेकर खानपान की जिम्मेदारी भी बकायदा आत्मा कार्यालय के संबंधित पदाधिकारी के जिम्मे हैं। मगर यह प्रशिक्षण गैर आवासित व मनमाने ढंग से चलाया गया। इस बाबत पूछने पर आत्मा के डिप्टी पीडी डा.धीर प्रकाश धीर ने बताया कि ठंड को देखते हुए व प्रशिक्षुओं की सुविधा को देखते हुए इसे गैर आवासित चलाया गया। अब सवाल उठता है कि अगर नियमतः इस प्रशिक्षण को आवासीत चलाना है तो फिर इसे ठंड का हवाला देकर गैर आवासित चलाना कितना जायज है। बता दें कि इसके लिए बकायदा प्रति कैंडिडेट 12,500 रुपये फी लिये गये हैं, एक बैच में 30 लोगों को प्रशिक्षण देना है, मगर ऐसा नहीं हो रहा।
प्रशिक्षुओं की उपस्थिति भी कम रहती है। इस बात डिप्टी पीडी ने अजीब सा तर्क दिया कि कैडिडेट की उपस्थिति उनके उपर निर्भर करता है, क्योंकि वे खाद डीलर नहीं हैं। बता दें कि जब प्रशिक्षण आवासीय रूप में देना है और पूर्ण प्रशिक्षण के बाद खाद का लाइसेंस निर्गत करने का नियम है तो फिर प्रशिक्षण में कोरम क्यों। बहरहाल, डिप्टी पीडी ने इसका एक ही जवाब दिया कि ठंड के कारण ऐसा किया गया।
बहरहाल, चर्चा है कि प्रशिक्षण मद में मिली राशि को लेकर ही सारा गोलमाल किया जाता है।
बता दें कि इस कार्यक्रम को हैदाराबाद द्वारा चलाया जाता है। डा.धीर ने बताया कि सीसीआईआर के वे इस 15 दिवसीय कोर्स के फैसिलेटर हैं। यह हर जिले के आत्मा द्वारा कराया जाता है। इसके लिए 12500 रुपये फी लिये जाते हैं। 15 दिन के प्रशिक्षण के बाद इनका एक्जाम लिया जाता है इसके बाद इसे ऑनलाइन रिजल्ट दिया जाता है। इस प्रशिक्षण के उपरांत इन्हें केवल खाद का लाइसेंस मिल सकता है, मगर दवा के लिए अलग से प्रशिक्षण लेना होता है, जो दस दिवसीय होता है।