
बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
कड़ाके की ठंड और शीतलहर के मद्देनजर भारत- नेपाल नेपाल सीमा पर स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा दिव्यांगजनों के बीच कंबल वितरण जारी है। इसी क्रम में वाल्मीकि नगर गोल चैक, 3तक पूल, टीना शेड कॉलोनी, गंडक बराज और हवाई अड्डा के आसपास विचरण करने वाले दिव्यांग जनों को गर्म कपड़े एवं कंबल प्रदान किया गया ।
संस्था के संस्थापक व चर्चित कलाकार डी. आनंद ने कहा कि विगत 8 वर्षों से भारत नेपाल सीमा पर सुबह शाम घूम घूम कर मानसिक बीमार और दिव्यांग जनों को भोजन दिया जाता है। हर वर्ष ठंड के मौसम में गर्म कपड़े और कंबल भी ऐसे लोगों के बीच निशुल्क वितरित किए जाते हैं। संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर संगीत आनंद ने कहा कि जिसका दुनिया में कोई नहीं है, वैसे लोगों की सेवा कर के हम मानवीय संवेदना को समझने की चेष्टा करते हैं। दिव्यांग जनों की सेवा करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है । हम इन्हें गर्म कपड़े और कंबल प्रदान करते हैं और ऐसे लोग कहीं ना कहीं छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों का कोई स्थाई ठौर ठिकाना नहीं होने से कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। इस ठंड के मौसम में भी इनका ख्याल रखने की कोशिश की जा रही है। श्री आनंद ने कहा कि 14 नवंबर 2012 से लगातार भारत नेपाल सीमा पर बाल्मीकि नगर के आसपास के इलाकों में दिव्यांग जनों की सेवा की जाती है। इस मौके पर संवेदक संतोष विश्वकर्मा, अभिनेता लल्लू पटेल, शिवकुमार, शिक्षक उदय नारायण, अनमोल कुमार, वीरेन्द्र चैरसिया, संजय कुमार, शिवचंद्र शर्मा,मुनिलाल दास, नगीना शर्मा,राजू कुमार, आदि उपस्थित थे । स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा मानसिक बीमार और दिव्यांग जनों की सेवा का संकल्प एक अंतरराष्ट्रीय अभियान है। मानवीय संवेदना को समझना ही सबसे बड़ा धर्म और पुण्य है।